भाजपा का प्रस्तावित सात दिवसीय धरना प्रतिबंधित

भाजपा प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कन्नौज में सात दिवसीय प्रस्तावित धरना प्रतिबंधित कर दिया गया। अलीगढ़ और वाराणसी में भी 26 नवंबर से धरना होना है। स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारियों ने इस सात दिवसीय धरने पर रोक लगा दी है। कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता और धारा

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2015 06:57 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2015 09:38 PM (IST)
भाजपा का प्रस्तावित सात दिवसीय धरना प्रतिबंधित

लखनऊ। भाजपा प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कन्नौज में सात दिवसीय प्रस्तावित धरना प्रतिबंधित कर दिया गया। अलीगढ़ और वाराणसी में भी 26 नवंबर से धरना होना है। स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारियों ने इस सात दिवसीय धरने पर रोक लगा दी है। कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता और धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने के कारण धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है। इस बीच आज आजमगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई के नेतृत्व में धरना दिया गया। उल्लेखनीय है कि इन दिनों पंचायत चुनाव के चलते आचार संहिता लागू है। भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी वाराणसी के धरने में शामिल होंगे। धरने में रोज समीपवर्ती जिलों के कार्यक्रर्ता क्रमिक रूप से शामिल होंगे। एक सप्ताह तक अनवरत धरने का निर्णय किया और चारों जिलों में हुई तैयारी बैठकों में वह खुद भी शामिल हुए। इसके साथ उस क्षेत्र विशेष के पार्टी सांसदों व विधायकों की भी सक्रियता की परीक्षा भी इस दौरान होगी।

चार जिलों में हिंसा का विरोध--विगत दिनों कुछ हिंसात्मक घटनाओं को लेकर भाजपा ने चार जिलों में एक सप्ताह तक धरना देने का निर्णय भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर के निर्देश पर हुआ था। अलीगढ़ में एक सांप्रदायिक झड़प में एक हिंदू युवक की मृत्यु हो जाने के बाद भाजपा ने उसके परिवारीजन को भी दादरी में मारे गए अखलाक के परिवारीजन के समतुल्य मुआवजा देने की मांग की है। वाराणसी में भाजपा सभासद की हत्या के मामले को लेकर पार्टी प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। कन्नौज में मूर्ति विसर्जन के दौरान एक संप्रदाय विशेष के लोगों के हिंसक रवैये को पार्टी ने मुद्दा बनाया है जबकि आजमगढ़ में एक अधिवक्ता की हत्या के विरोध में हुए उपद्रव में कथित तौर पर बेगुनाह भाजपा समर्थकों को आरोपी बनाए जाने का पार्टी विरोध कर रही है।

धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं--कन्नौज जिलाधिकारी अनुज कुमार झा धरने पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता और धारा 144 लागू होने के कारण धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी है। उन्होंने इस संबंध में आसपास के जनपदों के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेज कर अपने जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं को कन्नौज आने से रोकने का आग्रह किया है। कन्नौज पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी को भी निर्देश दिया है कि जिले की 16 सीमाओं पर बैरियर लगाकर पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात किया जाए। वहां पर एक-एक मजिस्ट्रेट भी तैनात किया जाएगा ताकि दूसरे जनपदों के भाजपा कार्यकर्ता कन्नौज में प्रवेश न कर सकें।

सुधर जाएं सपा के एजेंट बने अधिकारी

प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, किसान समस्या एवं जनपद को सूखाग्रस्त न किए जाने के विरोध में आजमगढ़ कलेक्ट्रेट चौराहे पर भाजपाजनों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की अगुवाई में धरना दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश के चार जनपदों वाराणसी, मेरठ, कन्नौज व आजमगढ़ में धरना चल रहा है। कहा कि जिले के महराजगंज क्षेत्र में अधिवक्ता सिंहासन यादव की हत्या के पश्चात अराजकतत्वों द्वारा थाना फूंका गया। इस मामले में पुलिस द्वारा बेगुनाह व आमजन के घरों पर बगैर महिला पुलिस की उपस्थिति में अंधेरी रात में छापा मारकर महिलाओं के साथ अभद्रता की गई और बेगुनाह लोगों को दोषी बना दिया गया। इसके पूर्व भी बच्चों के विवाद में पुलिस ने पूर्व सांसद रमाकांत यादव के घर पर कहर बरपाया। तत्कालीन एसपी द्वारा वाराणसी में साधु-संतों पर मूर्ति विसर्जन को लेकर प्रतिकार यात्रा के दौरान लाठियां चलवाई गईं। मऊ जनपद के घोसी, देवरिया के रामपुर तथा कुशीनगर जिले में पुलिसिया उत्पीडऩ के लोग शिकार हुए। प्रदेश अध्यक्ष ने चेताया कि जो अधिकारी सरकार का एजेंट बनकर कार्य कर रहे हैं वह अपने अंदर सुधार लाएं।

धर्म के आधार पर मापी जा रही कीमत

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रतापगढ़ में सीओ जियाउल हक की मौत पर ५० लाख तथा दादरी में एखलाक की हत्या पर ४५ लाख का मुआवजा और आश्रितों को नौकरी दी गई। वहीं दलित गौरव के परिजनों को साढ़े चार लाख रुपये का मुआवजा दिया गया। क्या धर्म के आधार पर व्यक्ति की कीमत आंकी जाएगी? प्रदेश में पुलिस पर ६२२ बार अपराधियों द्वारा हमले किए गए। ४९ महिलाओं के साथ थाने में दुष्कर्म किया गया। राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आकड़ों के अनुसार सपा कार्यकाल में संगीन अपराध की कुल ३८४६७ घटनाएं हो चुकी हैं और सरकार कानून पर अंकुश लगाने का दावा करती फिर रही है।

सपा और बसपा दोनों ने लूटा प्रदेश

प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार ने किसानों के कर्जमाफी की घोषणा की थी जो आज तक पूरी नहीं हो सकी। जिले को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया जबकि यह मुख्यमंत्री के पिता एवं सपा मुखिया का संसदीय क्षेत्र है। उन्होंने नोएडा अथार्टी के चर्चित अध्यक्ष यादव सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि सपा और बसपा दोनों ने उक्त अधिकारी के बदौलत प्रदेश को लूटने का कार्य किया।

क्रय केंद्र का हाल बेहाल

अचानक मुबारकपुर धान क्रय केंद्र पर पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी वहां का हाल देख भौचक रह गए। आरोप लगाया कि यहां खाद्यान की खुलेआम लूट मची हुई है। जब आजमगढ़ का यह हाल है तो प्रदेश को भगवान ही बचाएं। आरोप लगाया कि कोई जिम्मेदान वहां नहीं था न ही क्रय केंद्र खुला था। गेहूं-चावल लादने का काम चल रहा था। इनका माप भी सही नहीं था।

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