मनवर नदी के प्रदूषण से त्रस्त भाजपा विधायक करेंगे पलायन, पीएम मोदी व सीएम योगी को लिखा पत्र
बस्ती की हैरया सीट से भाजपा के विधायक अजय सिंह ने मनवर नदी में गोंडा जिले की चीनी मिलों द्वारा गिराए जा रहे प्रदूषित पानी और केमिकल का मुद्दा उठाया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की पौराणिक मनवर नदी के प्रदूषण से त्रस्त बस्ती जिले की हैरया सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक अजय सिंह ने सपरिवार पलायन की चेतावनी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में उन्होंने गोंडा जिले की चीनी मिलों को नदी का जल प्रदूषित करने के लिए जिम्मेदार करार देते हुए तत्काल कार्रवाई किए जाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि इस समस्या का यदि कोई हल नहीं निकला को वह आंदोलन भी करेंगे।
राजधानी लखनऊ में दारूलसफा स्थित आवास पर सोमवार को बीजेपी विधायक अजय सिंह ने प्रदूषण के कारण जलीय जीव जंतुओं के नष्ट होने और नदी किनारे रहने वाले लोगों की मुश्किलों के साक्ष्य दिखाए। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता से क्षुब्ध दिख रहे बस्ती जिले की हरैया सीट से निर्वाचित विधायक अजय सिंह ने ठोस कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। उन्होंने बताया कि गोंडा जिले के तिरेताल से निकलने वाली मनवर नदी की लंबाई 206 किलोमीटर है। प्रदूषण बढ़ने के कारण नदी का पानी जहरीला व बदबूदार हो गया है। नदी में रहने वाले जलीय जीव जंतु व मछलियां मर गए है, जबकि नदी के जल पर निर्भर रहने वाले नील गाय, हिरन व अन्य पशु पक्षियों के जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है।
विधायक अजय सिंह ने कहा कि नदी के किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अत्यधिक दुर्गंध के कारण ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं। विधायक ने कहा कि उनका घर भी नदी के तट पर है लेकिन, नदी के प्रदूषण व बदबू के कारण यहां रहना दूभर हो गया है। आसपास का भूजल भी प्रदूषित हो गया है। उन्होंंने आरोप लगाया कि गोंडा जिले की तीन चीनी मिलों द्वारा नदी में गंदे पानी के साथ घातक रसायन भी गिराए जा रहे है, जिससे जीव जंतुओं के साथ नदी किनारे रहने वालों का जीवन भी खतरे में पड़ गया है। विधायक ने दोषी मिल संचालकों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जीवन को संकट मेें डालने वालों पर कठोर कार्रवाई नहीं होगी तो क्षेत्र की जनता आंदोलन को मजबूर होगी।
विधायक अजय सिंह ने कहा कि पौराणिक मनवर नदी की यह स्थिति गोंडा जिले की मिलों और उनके मालिकों द्वारा किया गया जघन्य कृत्य है। पौराणिक मनवर नदी का उदगम स्थल भी गोंडा जिला है। नदी का पानी इतना जहरीला है कि सब मछलियां और जीव जंतु मर गए हैं। नदी के किनारे रहने वाले जीव जंतु यहां तक कि पंक्षी भी भाग रहे हैं। पानी बुरी तरह से दूषित होने के कारण आप क्षेत्रवासी मेरे घर पर दस मिनट भी नहीं बैठ सकते।परिणाम स्वरूप नदी के पास रहने वाले ग्रामवासी बीमार हो जाने की स्थिति में है। नदी के किनारे बसे हुए समस्त ग्रामवासी अत्यंत परेशानी का सामना कर रहे हैं।