भाजपा ने 'भारत मां की जय' को विवादित बनाया: डीपीटी

चुनाव में जीत के लिए नरेंद्र मोदी ने जनता से लुभावने वादे किए, लेकिन सत्ता मिलने के बाद किया कुछ नहीं। काला धन आया, न महंगाई कम हुई। अलबत्ता देश में असुरक्षा की भावना बढ़ गई। भारत मां की जय जैसे वाक्य को भी विवादित बना दिया है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 09 Apr 2016 08:00 PM (IST) Updated:Sat, 09 Apr 2016 08:08 PM (IST)
भाजपा ने 'भारत मां की जय' को विवादित बनाया: डीपीटी

लखनऊ। चुनाव में जीत हासिल करने के लिए नरेंद्र मोदी ने जनता से लुभावने वादे किए, लेकिन सत्ता मिलने के बाद किया कुछ नहीं। न काला धन आया, न महंगाई कम हुई। अलबत्ता देश में असुरक्षा की भावना जरूर बढ़ गई। भाजपा ने भारत मां की जय जैसे वाक्य को भी विवादित बना दिया है। यह बातें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य डीपी त्रिपाठी ने इलाहाबाद में कही।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय पुरा छात्रसंघ सम्मेलन 'प्रयाग पर्व' में प्रतिभाग करने आए डीपी त्रिपाठी ने 'दैनिक जागरण' से विशेष बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान को लेकर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए। इस मामले में सरकार लगातार मात खा रही है। 'भारत मां की जय' पर छिड़े विवाद को उन्होंने भाजपा की देन बताया। कहा कि जनता का ध्यान भटकाने के लिए कभी जेएनयू को आतंकी गढ़ बताया जाता है, कभी 'भारत मां की जय' जबरन बुलवाने का प्रयास होता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, डॉ.राममनोहर लोहिया, जय प्रकाश ने कभी 'भारत मां की जय' नहीं बोला, तो क्या वह देशद्रोही हो गए? महाराष्ट्र में सूखे के बीच आइपीएल कराने का भी उन्होंने विरोध किया। कहा कि सरकार को पहले जनता की प्यास बुझानी चाहिए।

हॉस्टल में ताजा की पुरानी यादें

सांसद डीपी त्रिपाठी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। वह 1970 में जीएन झा में रहकर पढ़ते थे। इलाहाबाद आने पर वह अपने छात्रावास पहुंचे। वह कमरा नंबर 30 व 35 भी गए, जहां रहकर पढ़ते थे। अंत:वासियों से याद साझा की। छात्रावास की व्यवस्था से खिन्न भी दिखे, जगह-जगह गंदगी होने व मेस के न चलने पर नाराजगी व्यक्त की। फिर अपने पुराने साथियों से भी मिले।

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