अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले में अब 4 जून को हाजिर होंगे सभी आरोपित UP News

Ayodhya Controversial Structure demolition case कोर्ट ने चार जून की तारीख देते हुए कहा कि इस दिन सभी आरोपी कोर्ट में हाजिर हों।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 28 May 2020 01:50 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 08:40 PM (IST)
अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले में अब 4 जून को हाजिर होंगे सभी आरोपित UP News
अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले में अब 4 जून को हाजिर होंगे सभी आरोपित UP News

लखनऊ, जेएनएन। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर शीर्ष अदालत का फैसला भले ही आ गया है, लेकिन विवादित ढांचा ध्वंस के मामले की सुनवाई जारी है। अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले में 24 घंटे से भी कम समय होने के कारण विशेष अदालत के सामने कोई भी आरोपित हाजिर नहीं हो सका। विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने बचाव पक्ष के अनुरोध एवं सुझाव को स्वीकारते हुए सभी 32 आरोपितों का बयान दर्ज किए जाने एवं उपस्थिति के लिए चार जून की तारीख नियत की है। 

विशेष अदालत ने गवाह जगत बहादुर अग्रवाल का बयान दर्ज करने के बाद गुरुवार को आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह समेत सभी 32 आरोपितों को बयान दर्ज करने के लिए 28 मई यानी गुरुवार को तलब किया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा समय सीमा निश्चित किए जाने के कारण 31 अगस्त तक विशेष अदालत को फैसला सुनाना है।

गुरुवार को सुनवाई के समय बचाव पक्ष की ओर से स्थगन प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर कहा गया कि आरोपित विभिन्न प्रांतों के रहने वाले हैं। लॉकडाउन के चलते वे आ नहीं पा रहे हैं। अदालत ने बयान एवं उपस्थिति के लिए चार जून की तारीख नियत की है।

विचारण के दौरान 17 की हो गई मौत : विशेष अदालत के समक्ष मामला लंबित रहने के दौरान मुख्य रूप से अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, विष्णु हरि डालमिया, मोरेश्वर सावें, महंत अवैद्यनाथ, महामंडलेश्वर जगदीश मुनि महाराज, वैकुंठ लाल शर्मा, परमहंस रामचंद्र दास, डॉ. सतीश नागर, बालासाहेब ठाकरे, तत्कालीन एसएसपी डीबी राय, रमेश प्रताप सिंह, महात्यागी हरगोविंद सिंह, लक्ष्मी नारायण दास, राम नारायण दास एवं विनोद कुमार बंसल की मृत्यु हो चुकी है।

32 के खिलाफ चल रहा मामला : पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, चंपत राय, महंत नृत्य गोपाल दास सहित 32 लोगों के विरुद्ध विचारण किया जा रहा है।

एक दिन में बयान दर्ज करना होगा कठिन : सीबीआई अधिवक्ता ललित कुमार सिंह एवं आरके यादव द्वारा अभियोजन का पक्ष मजबूत करने के लिए 354 गवाह पेश किए गए। इसके आधार पर आरोपितों का बयान दर्ज करने के लिए एक हजार से अधिक प्रश्न तैयार किए गए हैं। सभी प्रश्न पूछकर उनका जवाब लिखा जाना है। ऐसी स्थिति में 32 आरोपितों से 32 हजार से अधिक जवाब दर्ज किया जाना एक दिन में संभव नहीं है। लेकिन, विशेष अदालत एक दिन में सभी के बयान दर्ज करने का प्रयास करेगी।

शिरोधार्य होगा कोर्ट का फैसला : भाजपा के फायर ब्रांड नेता और ढांचा ध्वंस के आरोपी पूर्व सांसद विनय कटियार ने गुरुवार को सीबीआई कोर्ट में पेशी के लिए जाते समय कहा कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद नाम की कोई चीज नहीं है। अगर होती तो यहां पर राम मंदिर नहीं बनता। उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि रामलला की है। साढ़े तीन लाख हिंदुओं ने इसके लिए बलिदान दिया है। कटियार ने कहा कि कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है। रामजन्मभूमि परिसर के समतलीकरण में मंदिर के सबूत निकल रहे हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वह शिरोधार्य है और अब बस केवल एक चीज बाकी है कि कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ की मुक्ति की ओर देखा जाय।

chat bot
आपका साथी