अनामिका शुक्ला : तीन जिलों की नौकरी में एक ही संध्या, पोल खुली तो बर्खास्त कर दर्ज कराया केस

Anamika Shukla Case कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों मेें फर्जी दस्तावेजों से अनामिका शुक्ला के नाम से भर्ती घोटाला की जांच ज्यों ज्यों आगे बढ़ रही है नए नए राजफाश हो रहे हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 24 Jun 2020 09:33 AM (IST) Updated:Wed, 24 Jun 2020 09:33 AM (IST)
अनामिका शुक्ला : तीन जिलों की नौकरी में एक ही संध्या, पोल खुली तो बर्खास्त कर दर्ज कराया केस
अनामिका शुक्ला : तीन जिलों की नौकरी में एक ही संध्या, पोल खुली तो बर्खास्त कर दर्ज कराया केस

जेएनएन, लखनऊ : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों मेें फर्जी दस्तावेजों से अनामिका शुक्ला के नाम से भर्ती घोटाला की जांच ज्यों ज्यों आगे बढ़ रही है, नए नए राजफाश हो रहे हैं। अनामिका के बाद संध्या द्विवेदी का नाम सामने आ रहा है, जो तीन स्कूलों में नौकरी कर रही है। अनामिका शुक्ला कांड के बाद हुई जांच में यह मामला सामने आया। तब से वह शिक्षिका गायब है। फिलहाल उसे बर्खास्त कर एका थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

फीरोजाबाद के एका स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में शिक्षिका नौकरी करने वाली मैनपुरी के भैंसरोली गांव निवासी संध्या द्विवेदी फर्रुखाबाद और अलीगढ़ में भी नौकरी कर रही थी। अब पुलिस और शिक्षा विभाग मामले की तहकीकात में जुटा हुआ है। दूसरी ओर, कासगंज में अनामिका शुक्ला के फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वाली सुप्रिया के मामले में सोरों पुलिस ने मंगलवार को चयन कमेटी में रहे तत्कालीन जिला समन्वयक (डीसी) के बयान दर्ज किए। पुलिस ने कमेटी के अन्य सदस्यों को भी बयान देने के लिए पत्र भेजे हैं।

उधर गोंडा में असली अनामिका शुक्ला के सामने आने के बाद उसकी तलाश समाप्त हो गई है। आरोपितों की गिरफ्तारी भी कर ली गई है। लेकिन अबतक यहां आवेदन करने वाली अनामिका की गुत्थी नहीं सुलझी है। विभाग अब भी उस आवेदक की तलाश कर रहा है। हालांकि, अब पुलिस की सक्रियता बढ़ गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले का राजफाश हो जाएगा।

इसके अलावा जानकारी मिली है कि फर्रुखाबाद के कमालगंज बा विद्यालय की वार्डन संध्या द्विवेदी के साथ ही अनामिका शुक्ला का मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र जाटव आवास विकास कॉलोनी में किराये पर रहता था। मास्टरमाइंड से मिलने कई लोग आते थे। मकान मालिक के मुताबिक संध्या को मास्टरमाइंड अपनी चचेरी बहन बताता था। संध्या ने पत्र व्यवहार का पता भी आवास विकास कॉलोनी ही लिखाया था। मकान मालिक ने 'दैनिक जागरण' को बताया कि पुष्पेंद्र जाटव करीब सात महीने से उनके मकान में रह रहा था। मकान मालिक का कहना था शिक्षा विभाग की डाक यहीं आती थीं। पुष्पेंद्र से मिलने भी कई लोग आते थे। जिला समन्वय अधिकारी बालिका नागेंद्र ङ्क्षसह का कहना है कि संध्या द्विवेदी के अभिलेखों में मूल पता भैंसरोली मैनपुरी व पत्र व्यवहार का पता आवास विकास कॉलोनी दर्ज है।

अनामिका बन नौकरी कर रही थी सरिता : प्रयागराज के सोरांव के गोहरी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अनामिका शुक्ला के नाम पर पढ़ा रही युवती कानपुर की सरिता यादव निकली। इस प्रकरण की जांच कर रही कर्नलगंज पुलिस मंगलवार को उसके पते पर कानपुर देहात के चंदनपुर गांव पहुंची तो मकान में ताला लटका मिला। पुलिस ने ग्रामीणों से आसपास वालों से पूछताछ की। अनामिका के नाम पर पढ़ा रही युवती की फोटो दिखाई तो लोगों ने उसे सरिता यादव की फोटो बताया। इस आधार पर कर्नलगंज पुलिस ने दावा किया है कि प्रयागराज में अनामिका शुक्ला बनकर सरिता नौकरी कर रही थी। अब उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

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