Move to Jagran APP

Prayagraj News : अनुसूचित जाति के महेंद्रानंद बने पहले जगदगुरु, कैलाशानंद बनाए गए महामंडलेश्वर

जूना अखाड़ा के सिद्ध बाबा मौज गिरि आश्रम में मंत्रोच्चार के बीच सबका अभिषेक हुआ। काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर जूना अखाडा अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महामंडलेश्वर डा. वैभव गिरि ने उपाधि पाने वाले महात्माओं को माला पहनाया।महेंद्रानंद व कैलाशानंद को सिंहासन पर आसीन करके छत्र-चंवर भेंट किया गया।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Published: Sun, 28 Apr 2024 03:29 PM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2024 03:29 PM (IST)
Prayagraj News : अनुसूचित जाति के महेंद्रानंद बने पहले जगदगुरु, कैलाशानंद बनाए गए महामंडलेश्वर

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : मतांतरण रोकने, सनातन धर्म का प्रभाव बढ़ाने के उद्देश्य से जूना अखाड़ा ने अनुसूचित जाति के महामंडलेश्वर महेंद्रानंद गिरि को जगदगुरु की उपाधि प्रदान की है। ये अनुसूचित जाति के पहले जगदगुरु हैं। वहीं, महेंद्रानंद के शिष्य कैलाशानंद गिरि को महामंडलेश्वर व राम गिरि को श्रीमहंत की उपाधि प्रदान की गई। ये दोनों महात्मा भी अनुसूचित जाति के हैं।

loksabha election banner

जूना अखाड़ा के सिद्ध बाबा मौज गिरि आश्रम में मंत्रोच्चार के बीच सबका अभिषेक हुआ। काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर जूना अखाडा अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि, महामंडलेश्वर डा. वैभव गिरि ने उपाधि पाने वाले महात्माओं को माला पहनाया। महेंद्रानंद व कैलाशानंद को सिंहासन पर आसीन करके छत्र-चंवर भेंट किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.