मरीज को पहुंचाना था अस्‍पताल लेकिन एंबुलेंस बलरामपुर से स्‍टाफ नर्स को घुमाने ले गई अयोध्‍या; फोटो वायरल

एंबुलेंस कर्मियों के फर्जी मरीज पहुंचाने का प्रकरण अभी शांत नहीं हुआ था कि मरीज के लिए बुलाई गई एंबुलेंस से नर्स को अयोध्या घुमाने का मामला सामने आया है। एंबुलेंस कर्मियों के करतूत की फोटो वाट्सएप पर वायरल होने बाद सीएमओ ने इसके लिए जांच बैठा दी है।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 30 Jun 2022 07:31 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2022 03:01 PM (IST)
मरीज को पहुंचाना था अस्‍पताल लेकिन एंबुलेंस बलरामपुर से स्‍टाफ नर्स को घुमाने ले गई अयोध्‍या; फोटो वायरल
बलरामपुर से एंबुलेंस नर्स को घुमाने ले गई अयोध्‍या, फोटो वायरल।

बलरामपुर, संवादसूत्र। एंबुलेंस कर्मियों के फर्जी मरीज पहुंचाने का प्रकरण अभी शांत नहीं हुआ था कि मरीज के लिए बुलाई गई एंबुलेंस से नर्स को अयोध्या घुमाने का मामला सामने आया है। तुलसीपुर के दो एंबुलेंस कर्मियों के करतूत की फोटो वाट्सएप पर तेजी से वायरल होने के बाद चीफ मेडिकल आफीसर ने इसके लिए जांच बैठा दी है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर की एंबुलेंस 102 यूपी-32 ईजी 0972 को सुबह साढ़े तीन बजे फोन कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नचौरा गैंसड़ी मरीज लेने के लिए बुलाया गया था। एंबुलेंस के ईएमटी आशीष मौर्य व पायलेट उदयभान नचौरा पीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स कुंती को लेकर अयोध्या चले गए। सरयू पुल पर खड़ी एंबुलेंस का वीडियो भी वायरल हो गया, जिससे विभाग में अफरा-तफरी मच गई।

एंबुलेंस के प्रोग्राम मैनेजर सचिन राज श्रीवास्तव ने बताया कि एंबुलेंस 102 से गर्भवतियों व छोटे बच्चों को लाने का कार्य किया जाता है। जब लोकेशन ट्रेस किया गया तो पता चला कि बगैर किसी सूचना के एंबुलेंस अयोध्या में घूम रही है। इसके अलावा उन्‍होंने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात भी सामने आई है कि एंबुलेंस से पीएचसी नचौरा से एक महिला को रेहरा बाजार ले जाया गया था, जो गोंडा और बलरामपुर का बार्डर है।

यहीं से स्टाफ नर्स के कहने पर पायलेट एंबुलेंस को लेकर अयोध्या चला गया था। एंबुलेंस संचालन कर रही संस्था जीवीके ईएमआरआइ ने ईएमटी आशीष मौर्य और पायलेट उदय भान को ड्यूटी देने से अब मना कर दिया है। इनकी सेवा समाप्ति के लिए स्टाफ नर्स का लिखित बयान लेने के बाद उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जाएगा।

उधर नचौरा में तैनात चिकित्साधिकारी मोहम्मद शहजाद अली ने बताया कि स्टाफ नर्स ने न तो कोई छुट्टी ली और न ही उन्हें कोई सूचना भी दी थी। उसे अनुपस्थित कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। मुख्‍य चिकित्‍साधिकारी डा. सुशील कुमार ने बताया कि यह प्रकरण बेहद गंभीर है। इसकी जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्‍त कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी