चार बड़े कदमों से पूरा यूपी नापेगी सरकार, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बाद कतार में ये बड़े प्रोजेक्ट...
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बाद एक्सप्रेस-वे की तीन बड़ी परियोजनाएं पूरे उत्तर प्रदेश को रफ्तार की राह पर एक साथ ला खड़ा करेंगी।
लखनऊ, जेएनएन। मजबूती और मजबूरियों के आकलन ने उत्तर प्रदेश के नक्शे में फर्क की लकीरें खींच रखी थीं। पूर्वांचल पिछड़ा, तो बुंदेलखंड बदहाल। सिसकता विंध्याचल तो कुछ सुकून में पश्चिमी उत्तर प्रदेश। सत्ता की कृपा भी भेद से बरसी, लेकिन लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हर क्षेत्र से बंपर सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' के संदेश पर चलते हुए अपने चार कदमों से पूरे उत्तर प्रदेश की परिक्रमा करने चली है।
बुंदेलखंड जितना बदहाल था, अब उस पर सरकार का उतना ही वरदहस्त महसूस हो रहा है। इस सूखे अंचल के सात जिलों में पाइप लाइन से पानी पहुंचाने का प्रोजेक्ट मंजूर हो चुका है, जिस पर अगले माह काम शुरू होने जा रहा है। सरकार बनने के कुछ समय बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की घोषणा कर दी थी। चित्रकूट में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास भी कर दिया।
जिस तरह से सरकार ने रोडमैप तैयार किया है, उस लिहाज से यह उसका पहला कदम है। इसके बाद एक्सप्रेस-वे की तीन बड़ी परियोजनाएं पूरे उत्तर प्रदेश को रफ्तार की राह पर एक साथ ला खड़ा करेंगी। इनमें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे और अब तक के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेस-वे का काम भी जल्द ही शुरू होने वाला है।
कतार में प्रोजेक्ट