9 States Experts Meeting: 9 राज्यों के विशेषज्ञों का मंथन, आपदा प्रबंधन के लिए स्थायी काडर बनाने पर सहमति

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में नौ राज्यों के आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के क्षेत्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि ये सम्मेलन आपदा न्यूनीकरण में उपयोगी साबित होगा। प्रदेश आपदाओं से निपटने के लिए तैयार हैं लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 02 Dec 2022 03:58 PM (IST) Updated:Fri, 02 Dec 2022 03:58 PM (IST)
9 States Experts Meeting: 9 राज्यों के विशेषज्ञों का मंथन, आपदा प्रबंधन के लिए स्थायी काडर बनाने पर सहमति
इंडो-गंगेटिक क्षेत्रों में 43 हजार आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया जाना है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। राज्य व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों को सशक्त करने के लिए स्थायी काडर बनाने पर सहमति बनी है। इससे आपदा प्रबंधन की चुनौतियों से निपटने में सहायता मिलेगी। इंडो-गंगेटिक क्षेत्रों में 43 हजार आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया जाना है। इनमें से उत्तर प्रदेश का लक्ष्य 10 हजार के सापेक्ष 3500 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। 

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में नौ राज्यों के आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के क्षेत्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि ये सम्मेलन आपदा न्यूनीकरण में उपयोगी साबित होगा। प्रदेश आपदाओं से निपटने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 10 सूत्रीय एजेंडा को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश सरकार आपदा प्रबंधन के लिए कार्य कर रही है। मिश्र ने कहा कि आपदा मित्र योजना के माध्यम से आपदा प्रबंधन को ग्राम स्तर पर पहुंचाना है। सरकार लगातार आधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रही है।

पूर्व चेतावनियों से वंचित नहीं रहेगा कोई भी कोना

मुख्य सचिव ने कहा कि तहसीलों में आटोमेटिक वेदर स्टेशन व सभी ब्लाकों में आटोमेटिक रेनगेज लगाने का कार्य शुरू कर रहे हैं, इससे अर्ली वार्निंग सिस्टम को मजबूती मिलेगी। इसके लिए पांच डापलर रडार खरीदे जा रहे हैं। प्रदेश का कोई भी कोना अब सूचनाओं व पूर्व चेतावनियों से वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि आपदाएं समुदायों को प्रभावित करने के अलावा व्यक्तिगत क्षति भी करती है, इसी को ध्यान में रखकर हमें तैयारी करनी होगी। 

आपदा न्यूनीकरण के लिए कार्य करेगा प्रदेश

सम्मेलन के समापन सत्र में राहत आयुक्त पीएन सिंह ने एनडीएमए की टीम राज्यों व संस्थानों के प्रतिनिधियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में यूपी राज्य प्रबंधन प्राधिकरणों, एनडीएमए व अन्य संस्थानों से समन्वय बनाकर आपदा न्यूनीकरण के लिए कार्य करेगा। यहां प्रमुख सचिव राजस्व सुधीर गर्ग, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल आरपी शाही व अन्य वरिष्ठ अधिकारी व जिलों के आपदा विशेषज्ञ उपस्थित रहे। 

डायल 112 व एसडीआरएफ के कामकाज को सराहा

सत्रों के बाद नौ राज्यों असम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार, राजस्थान व हरियाणा के प्रतिनिधियों ने डायल 112 कार्यालय व उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय पहुंचकर कामकाज देखा। सभी ने इसकी सराहना की। प्रतिष्ठान परिसर में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की ओर से लगी प्रदर्शनी को देखने भी लोग पहुंचे।

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