जनसहभागिता से देंगे गोमा को नया जीवन

जागरण संवाददाता, लखनऊ : गोमती को स्वच्छ करने के लिए प्रशासन ने इसके किनारे बसे गांवों को हराभरा करने

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 07:09 PM (IST) Updated:Mon, 28 May 2018 07:09 PM (IST)
जनसहभागिता से देंगे 
गोमा को नया जीवन
जनसहभागिता से देंगे गोमा को नया जीवन

जागरण संवाददाता, लखनऊ : गोमती को स्वच्छ करने के लिए प्रशासन ने इसके किनारे बसे गांवों को हराभरा करने की योजना बनाई है। इसे अमली जामा पहनाने के लिए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सोमवार को प्रधानों के साथ बैठक कर कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया। तय हुआ कि जनसहभागिता से गोमा को नया जीवन दिया जाएगा।

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक, लेखपाल, जनप्रतिनिधि एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ कार्यशाला में पौधरोपण को लेकर कार्यशाला आयोजित की गई।

जिलाधिकारी ने कहा कि गोमती नदी के संरक्षण के लिए अति आवश्यक है कि गोमती किनारे बसे हुए चयनित 41 गाव में वृहद पौधरोपण अभियान चलाया जाए ताकि जल संचयन के साथ ही गोमती संरक्षण भी संभव हो सके। हम सभी प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और स्थानीय निवासियों के साथ एकजुट होकर इस अभियान को मूर्त रूप दें। इस वृहद अभियान में पौधरोपण के उपरात सभी गावों में टीम भेजकर सर्वे भी कराया जाएगा और सबसे अच्छा पौधरोपण कराने वाले ग्राम प्रधान को गोमती मित्र पुरस्कार से सम्मानित भी किया जाएगा।

सहभागिता से कई नदियों को मिला है नया जीवन

इस मौके पर डीएम ने कहा कि देश में ऐसी कई नदिया जो की विलुप्त हो चुकी थीं, लेकिन उनको जन सहभागिता से पुनर्जीवित किया गया। ऐसे में हम भी गोमती को संरक्षित करने के लिए एकजुट होकर आगे आएं। कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत्त वरिष्ठ रेलवे अधिकारी आशिमा सिंह ने विगत वर्ष 2008 में कोसी नदी से होने वाली जनहानि को जनशक्ति से कम किए जाने के संस्मरण लोगों से साझा किए और जल संरक्षण के लिए लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया।

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