नोट बदलने हैं तो दिल्ली जाइए, लखनऊ कानपुर में नो इंट्री
-एनआरआइ या विदेश से लौटे यूपी वालों को आरबीआइ की व्यवस्था दे रही चोट -सिर्फ मुंबई, दिल्ली, कोलकाता
-एनआरआइ या विदेश से लौटे यूपी वालों को आरबीआइ की व्यवस्था दे रही चोट
-सिर्फ मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई व नागपुर स्थित आरबीआइ में ही नोट बदलने की व्यवस्था
पुलक त्रिपाठी, लखनऊ : स्पष्ट है कि पुराने नोटों को जमा करने की मियाद समाप्त हो चुकी है। अब आरबीआइ में सिर्फ प्रवासी भारतीय व नोटबंदी के बाद से ही देश के बाहर रह रहे लोग ही नोट बदल सकते हैं। मगर गंभीर बात है कि प्रदेश में आरबीआइ के दो कार्यालयों को नोट बदलने के इस फरमान से दूर रखा गया है। ऐसे में प्रदेशवासियों को पुराने नोट जमा करने के लिए हजारों मील की दूरी तय करनी होगी।
सबसे बड़े व सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रदेश में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के दो कार्यालय है। एक प्रदेश के औद्यौगिक नगर कानपुर व दूसरा राजधानी लखनऊ में। प्रदेश का बड़ा तबका विदेश में स्थायी तौर पर प्रवास कर रहा हो। साथ ही नोटबंदी के पहले से काफी संख्या में लोग नौकरी व व्यवसाय के चलते देश से बाहर रहे हैं। ऐसे में घर वापसी पर राजधानी या कानपुर स्थित आरबीआइ कार्यालय में पैसों को बदलने की व्यवस्था का न होना किस हद तक व्यावहारिक और उचित है, अंदाजा लगाया जा सकता है।
बयान
आर्डिनेंस से जो निर्देश मिले हैं, उसी का अनुपालन किया जा रहा है। प्रवासी भारतीय व नोटबंदी के बाद से बाहर रह रहे लोगों के लिए ही पांच केंद्रों पर पुराने नोट एक्सचेंज करने की व्यवस्था रखी गई है। इनमें लखनऊ व कानपुर स्थित आरबीआइ कार्यालय शामिल नहीं हैं।
अल्पना किल्लावाला
प्रवक्ता/ प्रधान परामर्शदाता,
भारतीय रिजर्व बैंक