विश्व युवा कौशल दिवस पर 1500 युवाओं को तोहफा, निश्शुल्क प्रशिक्षण के साथ मिली 25 हजार की नौकरी

उप्र कौशल विकास मिशन और आइटीआइ पास 1500 युवाओं को नौकरी का तोहफा। चार महिने की ट्रेनिंग और 25 हजार की नौकरी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Jul 2018 03:38 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jul 2018 04:38 PM (IST)
विश्व युवा कौशल दिवस पर 1500 युवाओं को तोहफा, निश्शुल्क प्रशिक्षण के साथ मिली 25 हजार की नौकरी
विश्व युवा कौशल दिवस पर 1500 युवाओं को तोहफा, निश्शुल्क प्रशिक्षण के साथ मिली 25 हजार की नौकरी

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। विश्व युवा कौशल दिवस पर रविवार को उप्र कौशल विकास मिशन और आइटीआइ पास 1500 युवाओं को नौकरी का तोहफा दिया गया तो उनके चेहरे खिल उठे। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 1100 कौशल विकास का निश्शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त और 400 आइटीआइ पास युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया। योजना से मिला फायदा: - रजत बताते हैं कि अलीगंज में कौशल विकास योजना के तहत कंप्यूटर टैली की चार महीने की निश्शुल्क ट्रेनिंग ली और फिर रीजनल साइंस सेंटर में 25 हजार की नौकरी मिली है। बीएससी के बाद तकनीकी योग्यता हासिल करने के बाद ही यह अवसर मिला।

- इसी तरह सना ने बताया कि अलीगंज के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर स्थित एक निजी कंपनी में ट्रेनिंग ली और अब मुझे 15,000 रुपये प्रतिमाह की नौकरी मिली। स्नातक होने के बावजूद नौकरी नहीं मिली तो निश्शुल्क ट्रेनिंग के साथ ही नौकरी की सौगात मिल गई।

- कुशल सिंह के मुताबिक, एमकॉम के बाद नौकरी की तलाश कर रहा था। तभी पता चला कि कौशल विकास योजना के तहत फ्री में ट्रेनिंग दी जा रही है। बैंकिंग ट्रेड में छह महीने की ट्रनिंग के बाद अब 17,500 की नौकरी मिली। - दुर्गेश का कहना है कि एक निजी संस्थान से जनरल ड्यूटी असिस्टेंट ट्रेड में छह महीने की ट्रेनिंग के बाद अस्पताल में नौकरी के लिए चयन हुआ। नौ हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा। कम से कम अपना खर्चा तो निकाल लेंगे। - पवन कुमार का कहना है कि तकनीकी योग्यता के बगैर नौकरी मिलना मुश्किल था। आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। एमकाम के बाद बैंकिंग ट्रेड में निश्शुल्क प्रशिक्षण के बाद अब 15000 हजार की नौकरी मिली है।

- सुमित बताते हैं कि छह महीने की कंप्यूटर की ट्रेनिंग ली और फिर सात हजार की नौकरी पाने का अवसर मिला है। बेरोजगारी के इस दौर में बगैर तकनीकी योग्यता के नौकरी मिलना असंभव है।

- नरेंद्र कुमार कहते हैं कि खुद के अंदर यदि कुछ करने का जज्बा है तो आप कौशल विकास मिशन की योजना के तहत निश्शुल्क ट्रेनिंग लेकर नौकरी पा सकते हैं। मुझे छह महीने की ट्रेनिंग के बाद नौकरी का अवसर मिला है।

- विवेक अवस्थी के मुताबिक, पिता जी बैटरी की कंपनी में काम करते थे। बड़े मुश्किल से घर का खर्च चलता था। सीबीएसई बोर्ड से इंटर पास करने के बाद ऑटोमोबाइल ट्रेड में प्रशिक्षण लिया। अब एक कार कंपनी में नौकरी मिली है।

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