बाढ़ के पानी में बहकर तेरह लोगों की मौत

लखनऊ। बिजनौर के गांगन नदी में आज करीब दस बजे एक घोड़ा गाड़ी गिरने से 14 लोग बह गए। करीब चा

By Edited By: Publish:Sun, 20 Jul 2014 01:35 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jul 2014 01:35 PM (IST)
बाढ़ के पानी में बहकर तेरह लोगों की मौत

लखनऊ। पहाड़ में हो रही बरसात से उफनती नदियां मैदान में विकराल रूप लेती जा रही हैं। लगातार बढ़ रहा जलस्तर जानलेवा होता जा रहा है। बिजनौर में घोड़ा बुग्गी पर सवार छह लोग बाढ़ के पानी से भरे तालाब में डूब गए। जिले में ही अलग-अलग स्थानों पर चार और की मौत हुई है। वहीं रामपुर में एक किशोर समेत दो युवक नदी में बह गए। पूर्वाचल के कई जिलों में भी गंगा, घाघरा समेत कई नदिया उफान पर हैं।

मुरादाबाद मंडल में रामगंगा खतरे के निशान पर पहुंच गई है। कोसी, ढहला, गागन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। दर्जन भर गांवों में नदी का पानी पहुंच गया। रामपुर में एक किशोर रामगंगा में डूब गया। उसके शव की तलाश नहीं की जा सकी है। रामपुर के ही मिलक क्षेत्र में एक युवक पीलाखार नदी में डूब गया तो वहीं एक युवक कोसी नदी में बह गया। दोनों के शव नहीं मिले हैं। बिजनौर जिले के धामपुर क्षेत्र में रविवार सुबह घोड़ा बुग्गी से जा रहे चौदह लोग तालाब में डूब गए। छह के शव निकाले जा चुके हैं जबकि तीन अभी लापता हैं। गोताखोर की मदद से चार को बचा लिया गया। बान नदी के रपटे पर बह रहे पानी में फिसलकर घोड़ाबुग्गी का पहिया तालाब में गिरने से यह हादसा हुआ। बिजनौर में ही बहन के यहां आए युवक का पैर फिसलने से रामगंगा नदी में डूब गया। इसके अलावा जिले में एक सात वर्षीय बालक की नाले में और खेत में भरे पानी में डूबने से दो किशोरियों की मौत हो गई। एटा में नहर बह गई जिससे बाढ़ का पानी दूर तक फैल रहा है। पीलीभीत के कई गांवों में शारदा का पानी पहुंच गया है। शाहजहांपुर में भी गंगा व रामगंगा समेत सभी नदियां बढ़ी हैं। बाढ़ ने पलिया-लखीमपुर स्टेट हाइ-वे को भी अपनी चपेट में ले लिया है। बरेली में भी उत्तराखंड में हो रही बारिश के कारण रामगंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है।

पूर्वाचल में घाघरा के तेवर निरंतर तल्ख होते जा रहे हैं। बलिया में नदी के जलस्तर बढ़ने के साथ कटान तेज हो गई है। गंगा में भी वृद्धि का सिलसिला जारी है। आजमगढ़ में भी घाघरा का जलस्तर उफान पर रहा। जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। मऊ में हालात और भी बदतर हैं। कुशीनगर जिले में नारायणी नदी में अचानक बढ़े जलस्तर से अमवाखास बांध पर खतरा मंडराने लगा है। वहीं महराजगंज में महाव नाला के टूटे तटबंध से तेज बहाव के कारण नौतनवा-ठूठीबारी मार्ग बंद कर दिया गया। कानपुर में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा में लगातार नरौरा और हरिद्वार से पानी छोड़ा जा रहा है जिससे प्रशासन भी सतर्क हो गया है।

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