लूटकाण्ड में बाहरी बदमाशों की संलिप्तता उजागर
ललितपुर : आखिर वही हुआ, जिस बात के कयास लगाये जा रहे थे। एक पखवाड़ा पूर्व बार थानाक्षेत्र में दिनदहाड़
ललितपुर : आखिर वही हुआ, जिस बात के कयास लगाये जा रहे थे। एक पखवाड़ा पूर्व बार थानाक्षेत्र में दिनदहाड़े घटित हुयी लूट की दुस्साहसिक व सनसनीखेज वारदात के खुलासे में जुटी पुलिस के हाथ ऐसे अहम सुराग लगे है, जिसमें यह स्पष्ट हो गया है कि बाहरी बदमाशों ने स्थानीय बदमाशों की मिलीभगत से दुकान के मुनीम से एक लाख रुपये लूटे थे। इस घटना के तार पड़ोसी राज्य से जुड़े होने के कारण बार पुलिस व क्राइम ब्राँच बदमाशों की धरपकड़ को छापामारी कर रही है।
गौरतलब है कि कस्बा जाखलौन निवासी नरेन्द्र सिंह सिसौदिया पुत्र लाखन सिंह कोतवाली अन्तर्गत शहर के नझाई बाजार स्थित विष्णु अग्रवाल की अग्रवाल ट्रेडिग कम्पनी पर मुनीम का काम करता है। वह जनपद के विभिन्न कस्बो में दुकान की उधारी वसूलने के लिए भी जाता है। 6 जनवरी की सुबह वह रोजकी तरह अपनी प्लेटिना बाइक (यूपी 94 जे 5965) से उधारी वसूलने के लिए कस्बा जखौरा गया था। यहाँ से उधारी वसूल कर वह बाँसी व फिर कस्बा बार चला गया। शाम करीब 4 बजे वह कस्बा बार से उधारी के कुल 1 लाख 4 हजार रुपये लेकर वापस जिला मुख्यालय लौट रहा था। अभी वह थाना बार अन्तर्गत ग्राम गड़िया व बसतगुवाँ तिराहे के बीच ही था कि तभी पहले से घात लगाये बैठे लाल रग की पल्सर सवार तीन बदमाशों ने मुनीम की बाइक को रोक लिया और उसे सिर पर तमंचे की बट मारकर एक लाख 4 हजार रुपयों से भरा बैग लूट लिया। घटना को अंजाम देने केबाद बदमाश ग्राम देवरान की ओर तेजी से भागे थे। घटना की सूचना मिलने पर पहुँचे बार थानाध्यक्ष रामचन्द्र दीक्षित ने बदमाशों का काफी दूर तक पीछा भी किया था, लेकिन सफलता नहीं मिली। मुनीम से पूछताछ के आधार पर बदमाशों की उम्र 20-25 वर्ष थी। इसी आधार पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी धरपकड़ के लिए छापामारी तेज कर दी थी। बार पुलिस के अलावा क्राइम ब्राँच की महत्वपूर्ण शाखा स्वॉट टीम भी घटना के खुलासे में जुट गयी थी। भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम दृष्टया लूट की इस सनसनीखेज व दुस्साहसिक वारदात में स्थानीय बदमाशों के अलावा बाहरी बदमाशों के नाम सामने आये है। जिससे यह साफ हो गया है कि बाहरी बदमाशों ने स्थानीय बदमाशों की मदद से ही इस वारदात को अंजाम दिया। इसके लिए बदमाशों ने पूर्व से ही रेकी की थी। साथ ही इस बात का भी पुख्ता पता लगा लिया था कि बार से लौट रहे मुनीम के पास काफी नगदी है। इस वारदात को अंजाम देने के लिए स्थानीय बदमाशों ने बाहरी बदमाश साथियों को आमन्त्रित किया था। सूत्र बताते है कि बाहरी बदमाशों की संलिप्तता उजागर होने के बाद बार पुलिस ने पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर आदि जनपदों में बदमाशों की टोह लेने के लिए डेरा डाल लिया है। कुछ दिन पूर्व संदेह के आधार पर पुलिस ने एक दो स्थानों पर छापामारी भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली। यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो जल्द ही पुलिस बदमाशों की गर्दनें दबोच लेगी।
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बाहरी बदमाशों के निशाने पर है जिला
ललितपुर: यदि इस लूटकाण्ड के खुलासे में बाहरी बदमाशों की संलिप्तता की बात सच साबित हुयी तो एक बार पुन: यह साबित हो जायेगा कि अपराध शून्य व अमन पसंद यह जिला बाहरी बदमाशों के निशाने पर है। स्थानीय बदमाश अपने बाहरी साथियों को वारदात करने के लिए न केवल यहाँ आमंत्रित करते है, बल्कि उन्हें शरण लेने के साथ-साथ लूट जैसी गम्भीर वारदातों को अंजाम देने के लिए वाहन व असलहा तक मुहैया कराते है। और तो और वारदात को अंजाम देने से पूर्व उसकी रेकी भी करायी जाती है। इसमें भी स्थानीय बदमाश मदद करते है। हाल के 5 वर्षाें के दौरान जनपद में घटित हुयी विशेषकर लूट की अधिकांश बड़ी वारदातों में बाहरी बदमाश पाये गये। साथ ही स्थानीय बदमाशों की संलिप्तता भी उजागर हुयी। बाहरी बदमाशों को शरण देकर वारदातें कराने वाले ऐसे शरणदाताओं के खिलाफ पुलिस को चिन्हित कर कार्यवाही करनी होगी।