पर्ची का भुगतान की मांग को लेकर मिल में डटे विधायक

को सात नवंबर तक ही इस सत्र का भुगतान किया गया है जबकि इसके अतिरिक्त करीब।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Mar 2020 11:16 PM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 11:16 PM (IST)
पर्ची का भुगतान की मांग को लेकर मिल में डटे विधायक
पर्ची का भुगतान की मांग को लेकर मिल में डटे विधायक

लखीमपुर: किसानों के मौजूदा पेराई सत्र के भुगतान न दिए जाने के कारण किसानों की होली बैरंग हो रही है। इन्हीं कारणों के चलते शनिवार को क्षेत्रीय विधायक अरविद गिरि सैकड़ों समर्थकों के साथ चीनी मिल गोला पहुंचे। जहां उन्होंने मिल के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार गुप्ता, यूनिट हेड ओमपाल सिंह, कारखाना प्रबंधक आरके मिश्रा के साथ किसानों के एक दिन के भुगतान किए जाने का प्रस्ताव रखते हुए मिल अधिकारियों से 39 करोड़ रुपये दिए जाने को कहा। जिसपर मिल प्रबंधन के अधिकारियों ने असहमति जताई। विधायक ने भुगतान न दिए जाने तक वहीं अधिकारियों के साथ बैठने का ऐलान कर दिया। विधायक अरविद गिरि ने मिल प्रबंध निदेशक को लिखित दिए पत्र में बताया कि गन्ना किसान भुगतान को लेकर परेशान हैं। विगत एक माह से उनके द्वारा मिल प्रबंधन से कई बार कहा गया कि होली पर्व पर समस्त किसानों को कम से कम एक पर्ची का भुगतान निश्चित रूप से कर दिया जाए। इधर पिछले पांच छह दिनों से पुन: किसानों की एक पर्ची का भुगतान किए जाने को कहा गया। उधर विधायक व मिल अधिकारियों के समक्ष सीडीआइ आशुतोष मधुकर ने बताया कि चार नवंबर को मिल के पेराई सत्र आरंभ होने के बाद मिल द्वारा किसानों को सात नवंबर तक ही इस सत्र का भुगतान किया गया है जबकि इसके अतिरिक्त करीब 85 प्रतिशत लगभग नौ करोड़ रुपये मिल प्रबंधन ने डाईवर्जन कर अन्य मदों में व्यय किया है। विधायक के समर्थन में गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष सुरेशचंद्र वर्मा, सीजीएनपीजी कॉलेज के प्रबंधक आशीष सिंह, विश्वनाथ सिंह, विधानसभा संयोजक अवधेश कुमार मिश्रा सहित कई प्रधान व ग्रामीण बैठक में मौजूद रहे। विधायक अरविद गिरि व मिल प्रबंधन के बीच चली तकरीबन पांच घंटों की वार्ता में मिल प्रशासन ने समस्त किसानों को 23 मार्च तक एक-एक पर्ची का भुगतान कराने का आश्वासन दिया।

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