गेहूं रखने के लिए जबरन टीन शेड खाली कराने को लेकर आढ़तियों में रोष
लखीमपुर : स्थानीय मंडी में गेहूं रखने का संकट पैदा हुआ तो आनन फानन में मंडी सचिव ने फल अ
लखीमपुर : स्थानीय मंडी में गेहूं रखने का संकट पैदा हुआ तो आनन फानन में मंडी सचिव ने फल और सब्जी आढ़तियों से टीन शेड खाली कराना शुरू कर दिया। इनमें से अधिकांश मुस्लिम हैं और ईद का त्यौहार सर पर। मंडी सचिव की इस कार्रवाई से आढ़तियों में आक्रोश फैल गया। मामला सीओ तक पहुंचा तो उन्होंने तुरंत ही मंडी सचिव को यह प्रक्रिया रोकने और ईद निपटने का इंतजार करने की नसीहत दी। यह भी कहा कि टीन शेड खाली कराने से पहले आढ़तियों के साथ एक बैठक की जाए उसके बाद ही कोई कार्रवाई करें। सीओ के हस्तक्षेप के बाद ही मामला ठंडा पड़ा और आढ़तियों का गुस्सा भी। दरअसल इस बार मंडी स्थित राज्य भंडारागार निगम के सभी गोदाम गेंहूं से भर गए। मंडी में एसएफसी, पीसीएफ और विपणन शाखा के क्रय केंद्रों पर खरीदे गए गेंहूं के तमाम बोरों को सुरक्षित रखने का संकट पैदा हो गया। इसकी आशंका पहले से ही जताई जा रही थी और वेयर हाउस प्रभारी ने मंडी सचिव को अवगत भी कराया था, लेकिन उस वक्त किसी ने ध्यान नहीं दिया। खरीद खत्म होने से दो दिन पहले स्थिति विस्फोटक हुई और केंद्र प्रभारियों ने भी दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया। जिसके बाद मंडी सचिव ने आनन-फानन पहले फल आढ़तियों के टीन शेड खाली करवाए और गुरूवार को सब्जी आढ़तियों से भी टीन शेड खाली करने को कह दिया। लेकिन सब्जी रखने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। इसी को लेकर सब्जी आढ़तियों में आक्रोश फैल गया और वे शुक्रवार को प्रदर्शन करने की तैयारी में जुट गए। इसकी खबर सीओ को लगी तो उन्होंने तुरंत ही मंडी सचिव से फोन कर कार्रवाई रोकने को कह दिया। सीओ ने बताया कि ईद का त्यौहार है। उसे निपटने दिया जाए जिसके बाद आढ़तियों संग मंडी सचिव को एक बैठक लेने को कहा गया है। बैठक में सभी की सहमति से सबको विश्वास में लेकर ही अगली कार्रवाई की जानी चाहिए। इस संबंध में उन्होंने मंडी सचिव को स्थिति से अवगत करा दिया है। फिलहाल कोई टीन शेड खाली नहीं होगा।