..और बेबस हो गई पुलिस, देखते रहे अफसर

यह पहली बार नहीं है जब जिला खीरी में चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधियों के बीच कहासुनी हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 10:53 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 10:53 PM (IST)
..और बेबस हो गई पुलिस, देखते रहे अफसर
..और बेबस हो गई पुलिस, देखते रहे अफसर

लखीमपुर : यह पहली बार नहीं है, जब जिला खीरी में चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधियों के बीच कहासुनी या हाथापाई की नौबत आई हो। इससे पहले भी कई बार रसूखदार के आगे प्रशासन बौना साबित हुआ है। रविवार को नकहा ब्लॉक परिसर में जिस तरह दो जनप्रतिनिधियों ने पंचायत चुनाव को लेकर अपना रवैया दिखाया, उसकी चर्चा इंटरनेट मीडिया के जरिए पूरे जिले में फैल गई। हर जगह सदर विधायक योगेश वर्मा व निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख पवन गुप्ता के बीच हुई कहासुनी व हाथापाई का मुद्दा ही चर्चा में रहा। हैरत की बात यह रही कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद खुलेआम पिस्टल लहराया जाना प्रशासन और पुलिस की गंभीरता को भी दर्शा रहा है।

नकहा ब्लॉक में विवाद की असली जड़ प्रमुख पद पर चुनाव बताया जा रहा है। पद हथियाने के लिए दोनों पक्ष जोर आजमाइश कर रहे हैं। एक तरफ से पवन गुप्ता स्वयं हैं तो दूसरी तरफ से सदर विधायक योगेश वर्मा गुट के कपिल वर्मा की पत्नी चुनाव मैदान में हैं। दोनों पक्षों का नकहा ब्लॉक में दबदबा है और दोनों ही पक्ष चाहते हैं कि इस बार ब्लॉक प्रमुख का पद उन्हीं की झोली में आए। विवाद के वायरल वीडियो से यह स्पष्ट अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों पक्ष अपना सब कुछ दांव दांव पर लगाने के लिए तैयार हैं, क्योंकि मामला सीधे विधायक से जुड़ा हुआ है इसलिए भाजपा के अंदर भी असहज स्थित है। पार्टी के जिम्मेदार नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। जिम्मेदार की सुनिए

सीओ सिटी अरविद वर्मा का कहना है कि जिस पिस्टल को लहराया गया। उसके लिए लाइसेंस धारक ने आवेदन देकर छूट मांगी थी। आवेदक का कहना था कि वह शहरी क्षेत्र में रहता है और व्यापार के लिए उसे बाहर जाना पड़ता है। फिलहाल दोनों पक्षों पर नजर रखी जा रही है। अभी किसी पक्ष से प्रार्थना-पत्र नहीं आया है।

chat bot
आपका साथी