'सदानीरा' को बचाने मुहिम चला रही युवा ब्रिगेड

लखीमपुर : जिले के मोहम्मदी इलाके से निकली आदि गंगा गोमती नदी के संरक्षण और उसे प्रदूषण व

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Sep 2018 10:57 PM (IST) Updated:Mon, 17 Sep 2018 10:57 PM (IST)
'सदानीरा' को बचाने मुहिम चला रही युवा ब्रिगेड
'सदानीरा' को बचाने मुहिम चला रही युवा ब्रिगेड

लखीमपुर : जिले के मोहम्मदी इलाके से निकली आदि गंगा गोमती नदी के संरक्षण और उसे प्रदूषण व अतिक्रमण से बचाने के लिए युवा ब्रिगेड़ तगड़ी मुहिम चला रही है। मुहिम की अगुवाई कर रहे हैं अंतर्राष्ट्रीय वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर सतपाल ¨सह। बिना किसी सरकारी मदद या प्रशासनिक ताम-झाम के सतपाल और उनकी टीम लगी है 'सदा नीरा' का अस्तित्व बचाने में। सतपाल ¨सह न सिर्फ गोमती के किनारों पर जाकर वहां की जैव विविधता को अपने कैमरे में कैदकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, बल्कि कई युवाओं को अपने साथ जोड़कर गोमती को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने के अभियान में शामिल किया है।

50 किमी दूरी में जिले में बहती है गोमती

पीलीभीत जिले में अपने उद्गम स्थल से निकली गोमती नदी लखीमपुर के मोहम्मदी तहसील क्षेत्र में तकरीबन 45-50 किमी दूरी में बहती है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ और पूर्वांचल के ऐतिहासिक जिला जौनपुर की लाइफ लाइन गोमती नदी लखीमपुर में अपनी पहचान खोती जा रही है। यहां गोमती नदी गंदगी और प्रदूषण के चलते लगातार सिकुड़ रही है।

गोमती के किनारे हुई बैठक ने लिया बड़े अभियान का रूप

मोहम्मदी तहसील क्षेत्र के गांव अलीनगर निवासी किसान जसवंत ¨सह के बेटे सतपाल ¨सह की इस अनूठी मुहिम की नींव डेढ़ साल पहले गोमती नदी के किनारे हुई एक बैठक में पड़ी। इसमें सतपाल ¨सह अपने कुछ युवा साथियों के साथ प्रकृति संरक्षण पर चर्चा कर रहे थे। वहीं से गोमती नदी के संरक्षण की सहमति बनी और शुरू हुआ काम, जो आज एक बड़े अभियान के रूप में बदल चुका है। अभियान के पहले चरण में सतपाल ¨सह ने अपने साथियों के साथ गोमती के विभिन्न घाटों पर न सिर्फ सफाई शुरू की, बल्कि आसपास की जैव विविधता को अपने कैमरे में कैद कर लोगों को जागरूक करना शुरू किया। अभियान के तहत गोमती के किनारों पर पौधरोपण करने के साथ लोगों को अपने साथ जोड़ने और जागरूक करने के लिए सतपाल व उनकी टीम ने गोष्ठियों का सिलसिला भी शुरू किया। इसके अलावा जागरूकता के लिए क्षेत्र में समय-समय पर 10-15 किमी के दायरे में गोमती यात्रा भी निकालते हैं।

मुहिम में जुड़े 50 गोमती मित्र

सतपाल ¨सह की मुहिम दिनोंदिन परवान चढ़ रही है। चार माह पहले सतपाल ¨सह ने गोमती नदी के किनारे बसी आबादी वाले इलाकों से ऐसे युवाओं को अपने अभियान में शामिल करने का प्रयास शुरू किया, जो गोमती नदी को बचाने का संकल्प लें। इन युवाओं को सतपाल ने गोमती मित्र का नाम दिया है। अब तक उनके साथ 50 गोमती मित्र जुड़ चुके हैं।

हर माह होती है फोटोग्राफी प्रतियोगिता, जल्द बनेगी डॉक्यूमेंट्री फिल्म

गोमती संरक्षण के अभियान के तहत सतपाल ¨सह हर माह नेचर फोटोग्राफी प्रतियोगिता का भी आयोजन करते हैं। इसमें प्रदेश के विभिन्न ऐसे स्थानों से फोटो आ रहे हैं, जहां गोमती नदी निकली है। इसके अलावा गोमती नदी की महत्ता पर जल्द ही सतपाल ¨सह एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाने जा रहे हैं। इसकी तैयारी को लेकर सोमवार को उन्होंने अपने साथियों के साथ बैठक कर स्क्रिप्ट आदि पर चर्चा की।

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