शुरुआती इलाज से रोका जा सकता है डिमेंशिया

लखीमपुर : जिला चिकित्सालय में शुक्रवार को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया गया। इस मौके पर एक गोष्ठी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 11:19 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 11:19 PM (IST)
शुरुआती इलाज से रोका जा सकता है डिमेंशिया
शुरुआती इलाज से रोका जा सकता है डिमेंशिया

लखीमपुर : जिला चिकित्सालय में शुक्रवार को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया गया। इस मौके पर एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। जिसमें विश्व में तेजी से बढ़ते न्यूरो सैक्रेटिक रोग अल्जाइमर डिजीज के विषय में जनमानस को जागरूक किए जाने पर चर्चा की गई। गोष्ठी में जिला चिकित्सालय में तैनात मनोचिकित्सक डॉ. अखिलेश शुक्ला ने बताया कि डिमेंशिया अर्थात भूलने की बीमारी कैसे बढ़ती है तथा धीरे-धीरे दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। जिससे इंसान के सोचने समझने की क्षमता क्षीण हो जाती है। उन्होंने कहा आवश्यकता है कि प्रारंभ से ही उसका इलाज कराया जाय। एनसीडी के नोडल फिजिशियन डॉ. आरएस भदौरिया ने बताया कि अधिकतर डाइबिटीज, ब्लड प्रेसर, तंबाकू, शराब आदि के सेवन इत्यादि से इस बीमारी के होने की संभावना अधिक रहती है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि ऐसे रोगियों से क्रोध न करके उन्हें स्नेह से समझाया जाय जिससे उनकी विकारी बढ़ने न पाए। नोडल अधिकारी डॉ. र¨वद्र शर्मा ने बताया कि मानसिक असंतुलन के कारण रोगी अपने शरीर की साफ सफाई का ध्यान नहीं रख पाता है। जिससे डायरिया, पेशाब में संक्रमण, न्यूमोनिया इत्यादि रोग घेरने लगते है एवं रोगी इस कुचक्र का शिकार हो जाता है। इसके अतिरिक्त डॉ. शर्मा ने बताया कि प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इस बीमारी के कारक डायबिटीज एवं ब्लड प्रेशर आदि की प्रतिदिन निशुल्क जांच, वा¨कग स्टिक, वॉकर एवं चश्मों का वितरण किया जाता है। चीफ फार्मासिस्ट अखिलेश शर्मा ने भी जागरूकता बढ़ाने तथा स्वास्थ्य केंद्रों पर इस से संबंधित दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर के वर्मा ने बताया के जिला अस्पताल में मानसिक रोगों का उपचार, काउसिलिंग, फिजियोथेरेपी, योगा आदि की सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिससे आवश्यकतानुसार अल्जाइमर का सघन उपचार कर उसकी तकलीफों को कम किया जा सकता है। इस अवसर पर एपीडियमोलॉजिस्ट डॉ. राकेश गुप्ता, फाइनेंस कंसलटेंट विजय वर्मा, सैक्रेटिक सोशल वर्कर अतुल कुमार पांडेय, सैक्रेटिक नर्स विवेक मित्तल एवं जिला चिकित्सालय का अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।

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