18 लेखपाल निलंबित, 355 नो वर्क नो पेय की श्रेणी में

संवादसूत्र लखीमपुर अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से आंदोलन कर रहे लेखपालों को लेकर प्रशासन बेहद सख्त हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Dec 2019 10:24 PM (IST) Updated:Thu, 19 Dec 2019 10:24 PM (IST)
18 लेखपाल निलंबित, 355 नो वर्क नो पेय की श्रेणी में
18 लेखपाल निलंबित, 355 नो वर्क नो पेय की श्रेणी में

लखीमपुर: अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से आंदोलन कर रहे लेखपालों को लेकर प्रशासन बेहद सख्त हो गया है। जिले में 18 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं 355 लेखपाल नो वर्क नो पेय की श्रेणी में चिहित किए गए हैं। इनकी सेवा पुस्तिका में यह चस्पा भी कर दी गई है। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लेखपालों की हड़ताल से आम लोगों के साथ-साथ राजकीय हित भी प्रभावित हो रहा है। लोगों को आय व जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहे हैं। राजस्व से जुड़े मामलों और शासकीय कार्य बाधित हुआ है।

जिन लेखपालों को निलंबित किया गया है, उनमें ज्यादातर तहसीलों के अध्यक्ष व मंत्री शामिल हैं। लखीमपुर में तीन, गोला, पलिया, धौरहरा, निघासन व मोहम्मदी के दो-दो तथा मितौली के पांच लेखपालों को निलंबित किया गया है। जिनकी सेवा पुस्तिका में नो वर्क नो पेय दर्ज है, इसमें जिले भर के लेखपाल शामिल हैं। बता दें कि जिले भर में कुल 405 लेखपाल तैनात हैं। मौजूदा समय में इनमें 88 प्रतिशत हड़ताल पर हैं और सिर्फ प्रतिशत लेखपाल ही सरकारी कामकाज में लगे हुए हैं।

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