स्कूली बसें अधिग्रहीत, कैसे परीक्षा दें बच्चे

पलिया कलां (लखीमपुर): पंचायत चुनाव का असर स्कूली बच्चों की परीक्षा पर पड़ता नजर आ रहा है। आरटीओ के म

By Edited By: Publish:Wed, 25 Nov 2015 09:36 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2015 09:36 PM (IST)
स्कूली बसें अधिग्रहीत, कैसे परीक्षा दें बच्चे

पलिया कलां (लखीमपुर): पंचायत चुनाव का असर स्कूली बच्चों की परीक्षा पर पड़ता नजर आ रहा है। आरटीओ के माध्यम से नगर के तमाम अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की अधिकांश वाहनों को अधिग्रहीत कर लिया गया है। जबकि इस समय अधिकतर स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं या शुरू होने वाली है। बसें आठ दिसंबर तक चुनाव में ही जुटी रहेंगी, जबकि परीक्षा भी इस दरम्यान चलेगी। दिक्कत ये है कि बसों के न होने की सूरत में बाहर से आने वाले बच्चों को स्कूल तक कैसे लाया जाएगा।

द्वितीय चरण के मतदान के लिए पो¨लग पार्टियों को उनके मतदान स्थल तक ले जाने के लिए प्राइवेट बसों को पहले ही विभाग ने अपने पास सुरक्षित कर लिया था। फिर भी बसें कम पड़ गई, ऐसे में स्कूलों पर निशाना साधा गया। नगर के दून पब्लिक स्कूल, इंडियन एकेडमी, एडमांटन पब्लिक स्कूल, गोल्डन फ्लावर व गुरुकुल एकेडमी आदि की अधिकांश बसें गुरूवार को एआरटीओ के माध्यम से विभिन्न ब्लॉकों में भेज दी गईं। जबकि इन स्कूलों में अ‌र्द्धवार्षिक परीक्षाएं 10 दिसंबर तक चलती रहेंगी। बसों को आठ दिसंबर तक के लिए लगाया गया है। ऐसी सूरत में परीक्षा के लिए बच्चों को स्कूल तक कैसे लाया जाएगा, यह बड़ा सवाल है। इस बात की खबर जब अभिभावकों को लगी तो वे बच्चों के भविष्य को लेकर ¨चतित हो उठे। वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि परीक्षाएं पहले ही निर्धारित कर दी गई थीं। ऐसा तो नहीं हो सकता कि कुछ बच्चों की परीक्षाएं कराई जाए और बाकियों की बाद मे हों। प्रशासन को उनकी मजबूरी समझनी चाहिए।

खास बात यह है कि दिसंबर में ही बोर्ड के छात्रों के प्रैक्टिकल शुरू हो जाएंगे इसके बाद परीक्षा की तैयारी की छुट्टी हो जाएगी और फिर बोर्ड के पेपर शुरू हो जाएंगे। ऐसी दशा में बच्चों का कोर्स कैसे पूरा होगा यह स्कूल प्रबंधन को समझ में नही आ रहा है और प्रशासन कुछ समझना नही चाह रहा है।

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