समाजवादी विचारधारा के सजग प्रहरी थे दिघे: राधेश्याम
विकास खंड सुकरौली के ग्राम पिपरा लालमन में स्थित शहीद चन्द्रशेखर मिश्र सार्वजनिक पुस्तकालय में गोष्ठी हुई
कुशीनगर: विकास खंड सुकरौली के ग्राम पिपरा लालमन में स्थित शहीद चन्द्रशेखर मिश्र सार्वजनिक पुस्तकालय परिसर में सोमवार को आयोजित पूर्व राज्यपाल मधुकर दिघे की 98 वीं जयंती को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि पूर्व राज्य मंत्री राधेश्याम ¨सह ने कहा कि पूर्व राज्यपाल स्व. मधुकर दिघे ने ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भी अपनी सादगी नहीं छोड़ी। यह उनके समाजवादी विचारों का ही परिणाम था। मध्यप्रदेश के धार के रहने वाले पूर्व राज्यपाल ने गोरखपुर को कर्मभूमि बनाया। विशिष्ट अतिथि एमएलसी राम अवध यादव ने कहा कि जीवन पर्यन्त पूर्व राज्यपाल दिघे सादगी में रहे। यही उनकी पूंजी थी। जयंती को पूर्व विधायक डा.वी के मिश्रा, नन्द किशोर मिश्र, सपा जिलाध्यक्ष मु. इलियास अंसारी, दिघे के पुत्र पंकज दिघे, रणविजय उर्फ मोहन ¨सह, रामनारायन ¨सह, विजय पाण्डेय, राम ¨सह, हीरालाल प्रजापति, रामपरसन ¨सह, सुरेन्द्र आर्य, उर्मिला द्विवेदी ने संबोधित किया।अध्यक्षता सुरेन्द्र यादव ने की व संचालन अवधेश यादव ने किया। स्वागत सपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ बालकृष्ण मिश्र ने किया। इस दौरान नूतन, पूनम, मिथिलेश मिश्रा, टीपू खां, मारकण्डेय मद्धेशिया, प्रेमशंकर दूबे, जगतनारायन, जवाहर लाल गौतम, महन्थ यादव, रामेश्वर पाण्डेय, आयूष तिवारी, सुधाकर पाण्डेय, सुरेन्द्र नाथ गोंड, लक्ष्मी ¨सह, रामनेति चौहान, दीनाथ ¨सह, विजय नारायन दूबे आदि उपस्थित रहे।