भतीजे की शादी में आए सिपाही की संदिग्ध मौत

जासं कौशांबी महेवाघाट थाना क्षेत्र के भंसुरी गांव में भतीजे की शादी में शामिल होने आए सिपाही की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। बुधवार की सुबह उसकी लाश एक बंद घर के पीछे पड़ी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। हालांकि परिवार के लोगों ने अब तक किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Mar 2019 10:19 PM (IST) Updated:Wed, 13 Mar 2019 10:19 PM (IST)
भतीजे की शादी में आए सिपाही की संदिग्ध मौत
भतीजे की शादी में आए सिपाही की संदिग्ध मौत

जासं, कौशांबी : महेवाघाट थाना क्षेत्र के भंसुरी गांव में भतीजे की शादी में शामिल होने आए सिपाही की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। बुधवार की सुबह उसकी लाश एक बंद घर के पीछे पड़ी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। हालांकि परिवार के लोगों ने अब तक किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है।

इलाके के ही हटवा अब्बासपुर निवासी 43 वर्षीय अनिल मिश्र पुत्र शिवभवन नागपुर शहर के झींका बाइटाकली मनकानपुर में परिवार के साथ घर बनाकर रहते थे। वह पुलिस विभाग में कांस्टेबल पद पर नागपुर के ही पारसीउनी ग्रामीण कोतवाली में तैनात थे। भतीजा चेतन पुत्र कृष्णदत्त की शादी में शामिल होने के लिए अनिल मिश्र परिवार के साथ हटवा अब्बासपुर गांव आए थे। मंगलवार की रात बरात लेकर परिवार के लोग भंसुरी गांव रामसिया तिवारी के घर पहुंचे। खाना खाने के बाद विवाह की रस्म अदायगी शुरू हुई। रात तकरीबन एक बजे के बाद अनिल मिश्र किसी को नजर नहीं आए। उनकी खोजबीन भी की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला। सुबह कुछ ग्रामीणों ने देखा कि दुल्हन के घर से तकरीबन डेढ़ सौ मीटर दूर एक बंद पड़े नवनिर्मित मकान के पीछे अनिल मिश्र की लाश पड़ी हुई है। इसकी खबर लगते ही शादी समारोह में शामिल लोगों के होश उड़ गए। पत्नी अंजू व उसके दो बच्चों ने पिता की लाश देखी तो मातम छा गया। सूचना पर सीओ मंझनपुर एसएन पाठक व थानाध्यक्ष विजय कुशवाहा फोर्स के साथ गांव पहुंचे। कुछ लोग हत्या की आशंका जाहिर कर रहे हैं तो कुछ ग्रामीण छत से गिरने से मौत का कयास लगा रहे हैं। घटनास्थल के निरीक्षण के समय परिवार के लोगों ने बताया कि उनके गले में पड़ी सोने की चेन, अंगूठी व एटीएम कार्ड मृतक के पास से गायब था। हाथ व पैर के नाखून भी काले थे।

-------------

अनिल की मौत छत से गिरकर हुई है, या फिर कत्ल। इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही हो पाएगी। परिवार के लोगों ने भी बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट आए किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है और न ही तहरीर दी है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- विजय कुशवाहा, थानाध्यक्ष महेवाघाट।

chat bot
आपका साथी