मच्छरों के प्रकोप से बसेढ़ी गांव में फैली बीमारी

संसू, हर्रायपुर : विकास खंड मूरतगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत बसेढ़ी की नालियों व गलियों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां चोक होने से बारिश का दूषित पानी बस्ती के बीच भरा हुआ है। इससे मच्छरों की संख्या में इजाफा हुआ है और गांव के लोग बीमारी से पीड़ित हो रहे है। दर्जनों लोग बुखार, मलेरिया, फायलेरिया व अन्य बीमारी से पीड़ित हैं। सूचना के बाद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। बीमारी के रोकथाम के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Sep 2018 07:15 PM (IST) Updated:Sun, 09 Sep 2018 07:15 PM (IST)
मच्छरों के प्रकोप से बसेढ़ी गांव में फैली बीमारी
मच्छरों के प्रकोप से बसेढ़ी गांव में फैली बीमारी

संसू, हर्रायपुर : विकास खंड मूरतगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत बसेढ़ी की नालियों व गलियों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियां चोक होने से बारिश का दूषित पानी बस्ती के बीच भरा हुआ है। इससे मच्छरों की संख्या में इजाफा हुआ है और गांव के लोग बीमारी से पीड़ित हो रहे है। दर्जनों लोग बुखार, मलेरिया, फायलेरिया व अन्य बीमारी से पीड़ित हैं। सूचना के बाद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। बीमारी के रोकथाम के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।

गांवों को साफ-सुथरा रहने लिए सफाईकर्मी रखे गए हैं। सफाई व्यवस्था के नाम पर हजारों रुपये वेतन भी ले रहे हैं। इसके बाद भी जिले की अधिकतर गांवों की सफाई व्यवस्था चौपट है। विकास खंड मूरतगंज की ग्राम पंचायत बसेढ़ी में सफाई कर्मी है लेकिन काफी दिनों से गांव नहीं आ रहा है। इससे गांव की अधिकतर नालियां चोक हैं और बस्ती के बीच दूषित पानी फैला हुआ है। गांव के रामकिशोर, बृजभूषण व ननकू आदि का कहना है कि कई दिनों सफाई कर्मचारी नहीं आया है। गंदगी व दूषित जलभराव की ओर से मच्छरों की संख्या काफी बढ़ गई है। इससे सुमित्रा देवी, सुकरी, हिरावन, कमला देवी, चिरौंजी लाल, आशा देवी, दूखी, श्याम लाल, लालबहादुर आदि लोग बुखार व अन्य बीमारी से पीड़ित हैं। इसकी जानकारी पंचायत व स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी। इसके बाद भी मच्छरों की रोकथाम के लिए गांव में फा¨गग नहीं कराई गई और न ही बीमारी से पीड़ित लोगों का इलाज कराने के लिए स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची है। छिड़काव के नाम पर पहले हो चुका गोलमाल

गांव के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए ग्राम पंचायतों में ग्राम स्वास्थ्य पोषण समिति का गठन किया गया है। इसके तहत गांव में मच्छर प्रतिरोधि दवा के छिड़काव का प्रावधान है, लेकिन गांव में खोले गए स्वास्थ्य पोषण समिति के खाते में भेजी गई धनराशि में हेराफेरी की जाती है। बसेढ़ी के ग्राम प्रधान सुधीर ¨सह का कहना है पिछले वर्ष मच्छर रोधी दवा छिड़काव के लिए एएनएम ने खाते से रुपये निकाल लिया है, लेकिन छिड़काव नहीं कराया गया। इस बार भी छिड़काव नहीं हुआ। इससे गांव में बीमारी फैली हुई है। - नालियों की सफाई न होने से कस्बे में जगह-जगह जलभराव व निकासी न होने से मच्छरों की संख्या बढ़ गई है। शिकायत के बाद भी निराकरण नहीं हुआ।

- निर्मल ¨सह

गांव में मच्छरों की संख्या बढ़ने बीमारी फैली हुई है। शिकायत के बाद भी बीमारी की रोकथाम के लिए उपाय नहीं किया गया। इससे लोगों में नाराजगी है।

- भूपेंद्र ¨सह

- गांव की अधिकतर नालियां चोक हैं और बस्ती के बीच दूषित पानी फैला हुआ है। कई लोग बीमार हो गए हैं। सूचना के बाद भी स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची।

- राजकुमार

- स्वास्थ्य पोषण समिति के खाते में भेजी गई धनराशि भेजी गई है। इसके बाद भी मच्छरों की रोकथाम के लिए प्रधान व एएनएम ने छिड़काव नहीं कराया है।

- भईयालाल

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