शोपीस बना माती डिपो, बदहाल बस स्टेशन

जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: कानपुर नगर से 37 साल पहले प्रथक होकर अस्तित्व में आए जिले क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 11:54 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 11:54 PM (IST)
शोपीस बना माती डिपो, बदहाल बस स्टेशन
शोपीस बना माती डिपो, बदहाल बस स्टेशन

जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: कानपुर नगर से 37 साल पहले प्रथक होकर अस्तित्व में आए जिले के लोगों को अभी तक परिवहन समस्या से निजात नहीं मिल सकी है। माती में डिपो बनकर तैयार होने व प्रभारी मंत्री द्वारा उद्घाटन करने के आठ माह बीतने के बाद भी जिम्मेदारों की अनदेखी से इसका संचालन नहीं हो सका। इतना ही नहीं माती बस स्टेशन में बसें न रुकने तथा रोडवेज बसों का अधिकांश रूटों पर संचालन न होने से टेंपो ही प्रमुख साधन हैं।

जिले में कहने को 970 गांवों में 529 गांव सड़क किनारे, 78 गांव पक्की सड़कों से एक किमी, 258 गांव पक्की सड़कों से 2 किमी दूर, 116 गांव पक्की सड़क से 3 से 5 किमी दूर स्थित हैं। बारा कालपी व भौंती सिकंदरा हाईवे के अलावा राज्य स्तरीय राजमार्ग घाटमपुर- सिकंदरा मुगलरोड व कल्यानपुर- बेला मार्ग हैं। सिकंदरा -बिल्हौर, माती- ¨मडा कुआं बाया रूरा तथा रूरा- शिवली व डेरापुर- मंगलपुर - रूरा - डेरापुर, नवीपुर गजनेर- मूसानगर, रायपुर सरवनखेड़ा आदि प्रमुख मार्ग हैं। अधिकांश रूटों पर रोडवेज बसों का संचालन न होने से यहां टेंपो ही आवागमन के प्रमुख साधन हैं। डिपो के उदघाटन के आठ माह बाद भी नहीं खुला ताला

जिले की परिवहन समस्या के निदान के लिए अक्टूबर 2015 में 439.53 लाख की लागत से माती में परिवहन निगम के डिपो का निर्माण शुरू हुआ था। कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम द्वारा पिछले साल डिपो के भवन का निर्माण पूरा करा दिया गया। आधी अधूरी व्यवस्था के बीच जिले के प्रभारी मंत्री ने माती डिपो का उदघाटन भी कर दिया था। लेकिन डीजल पंप की व्यवस्था न होने तथा कुछ तकनीकी खामियों के चलते इसका संचालन अधर में लटका है। माती बस स्टेशन भी बदहाल

माती में सात साल पहले बना बस स्टेशन बदहाली का शिकार है। छाया का इंतजाम न होने से यात्री खुले आसमान के नीचे बसों का इंतजार करते हैं। पानी के लिए भी यात्रियों को भटकना पड़ता है। 25 बसों में बमुश्किल 3 या 4 बसें ही रुकती हैं। जिले में संचालित होने वाली कानपुर मंगलपुर, कानपुर बनीपारा, कानपुर- झींझक व कानपुर से डेरापुर व नोनारी के लिए दो दर्जन से अधिक रोडवेज बसें बंद कर दिए जाने से लोगों को भटकना पड़ रहा हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

माती डिपो को चालू कराने का प्रयास हो रहा है। डीजल पंप का भी निर्माण जारी है। डिपो का संचालन होने के बाद जिले की परिवहन समस्या समाप्त हो जाएगी। -कपिल देव, एआरएम फजलगंज

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