डेढ़ महीने बाद होनी थी शादी, फिर ऐसा क्या हुआ कि खत्म कर ली जिदंगी
युवक ने नीम के पेड़ पर लगा ली फांसी जान देने से पहले होने वाली पत्नी से फोन पर की थी बात।
महोबा, जागरण संवाददाता। गौरहरी निवासी 23 वर्षीय नरेंद्र सिंह राजपूत ने अपने पशुबाड़े में लगे नीम के पेड़ से फांसी लगा कर जान दे दी। जानकारी पर बड़े भाई ने आनन फानन जब तक शव उतारा उसकी मौत हो चुकी थी।
चार भाइयों में सबसे छोटे नरेंद्र के पिता की हत्या काफी पहले हो चुकी है। बड़े भाई ओमप्रकाश व भूपेंद्र अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह कर मजदूरी करते हैं। एक अन्य बड़ा भाई जयप्रकाश अपने परिवार के साथ गांव मे ही दूसरे मकान में रहता है। नरेंद्र अपनी मां बसंती के साथ रहता था।
नरेंद्र की शादी तय हो गई थी व बरात 12 मई को बेलाताल के टिकरिया गांव जानी थी। नरेंद्र के नजदीकी सूत्रों के अनुसार उसने आइपीएल क्रिकेट में सट्टा लगाना शुरू कर दिया था। गुरुवार शाम तक मटर बेच कर आए लगभग 80 हजार रुपये हारने पर उसने खूब शराब पी। नशे में रात को अपनी होने वाली पत्नी से फोन पर बात की। अंत में फांसी लगने की बात कह कर फोन काट दिया। युवती ने तत्काल गांव मे ही रहने वाली नरेंद्र की भाभी को फोन से जानकारी दी। उस समय वह मायके मुस्करा में थी। उसने पति जयप्रकाश को फोन किया। देर रात जयप्रकाश आनन फानन घर पहुंचा तब तक नरेंद्र की मौत हो चुकी थी।
चार भाइयों में सबसे छोटे नरेंद्र के पिता की हत्या काफी पहले हो चुकी है। बड़े भाई ओमप्रकाश व भूपेंद्र अपने परिवार के साथ दिल्ली में रह कर मजदूरी करते हैं। एक अन्य बड़ा भाई जयप्रकाश अपने परिवार के साथ गांव मे ही दूसरे मकान में रहता है। नरेंद्र अपनी मां बसंती के साथ रहता था।
नरेंद्र की शादी तय हो गई थी व बरात 12 मई को बेलाताल के टिकरिया गांव जानी थी। नरेंद्र के नजदीकी सूत्रों के अनुसार उसने आइपीएल क्रिकेट में सट्टा लगाना शुरू कर दिया था। गुरुवार शाम तक मटर बेच कर आए लगभग 80 हजार रुपये हारने पर उसने खूब शराब पी। नशे में रात को अपनी होने वाली पत्नी से फोन पर बात की। अंत में फांसी लगने की बात कह कर फोन काट दिया। युवती ने तत्काल गांव मे ही रहने वाली नरेंद्र की भाभी को फोन से जानकारी दी। उस समय वह मायके मुस्करा में थी। उसने पति जयप्रकाश को फोन किया। देर रात जयप्रकाश आनन फानन घर पहुंचा तब तक नरेंद्र की मौत हो चुकी थी।