राजमार्गो पर गड्ढे कर रहे आपका इंतजार

शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो की हालत खस्ता, जगह-जगह उखड़ गई सड़क, बजरी बन रही परेशानी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 01:47 AM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 10:44 AM (IST)
राजमार्गो पर गड्ढे कर रहे आपका इंतजार
राजमार्गो पर गड्ढे कर रहे आपका इंतजार

जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो पर गड्ढे आपका इंतजार कर रहे हैं। इन सड़कों की हालत बेहद खस्ता हो चुकी है। ओवरलोडिंग की वजह से कई जगह सड़क धंस चुकी है तो कई जगह बजरी हादसे का सबब बन रही है। परेशानी की बात यह है मरम्मत का काम देखने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

जीटी रोड पर गड्ढे और बजरी मुसीबत

कानपुर से अलीगढ़ जाने वाली जीटी रोड सीओडी पुल से बिल्हौर तक जगह-जगह से टूट चुकी है। शहरी सीमा में बजरी फैलने से उड़ रही धूल परेशानी बनी है। इसके अलावा गड्ढों में गिरकर आए दिन राहगीर चोटिल हो रहे हैं। श्रम विभाग की क्रासिंग के पास पाइपलाइन लीकेज है। इससे गड्ढा हो गया है इससे सड़क धंस जाने की खतरा बन गया है। रामादेवी से आइआइटी तक यह सड़क एनएच पीडब्ल्यूडी के कार्यक्षेत्र में जबकि आइआइटी के बाद एनएचएआइ को मरम्मत करनी है पर चिंता किसी को नहीं है।

हमीरपुर- सागर मार्ग भी क्षतिग्रस्त

कानपुर से हमीरपुर होते हुए सागर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग भी जगह-जगह से टूट चुका है। महोबा और हमीरपुर से बड़े पैमाने पर गिट्टी और मौरंग लेकर आने वाले ओवरलोड ट्रक इसकी दशा और बिगाड़ रहे हैं। गड्ढों में भारा पानी आए दिन हादसों का कारण बन रहा है। इस वजह से कई बार जाम के हालात भी बन जाते हैं। नौबस्ता सब्जी मंडी के पास तो करीब आधा किमी तक यह सड़क पूरी तरह से टूट गई है।

भौंती से रामादेवी तक सर्विस लेन पर गढ्डे

भौंती से रामादेवी तक हाईवे की सर्विस लेन पर जगह-जगह बड़े गड्ढे हो गए हैं। यशोदा नगर, नौबस्ता, श्याम नगर के आसपास गड्ढ़ों को भरने के प्रयास नहीं हो रहे हैं जबकि हजारों वाहन सर्विस लेन से गुजरते हैं। बड़े गड्ढों की वजह से कई बार वाहनों की कमानी तक टूट जाती है। रामादेवी चौराहा पर तो स्थिति बहुत ही खराब है। इससे जाम के हालात बने रहते हैं। सर्विस लेन और टूटी सड़क बनाने का आदेश ठेकेदारों को दिया है। बारिश के कारण कुछ जगहों पर गढ्डे हुए हैं। उन्हें जल्द ही भरा जाएगा।

- पुरुषोत्तम लाल चौधरी, परियोजना निदेशक , एनएचएआइ

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