पनकी मंदिर में ट्रस्ट ने नियुक्त किए पुजारी और सलाहकार, महंत जितेंद्र दास ने जताया विरोध

जनार्दन दास को दिया गया आरती का जिम्मा डीएम से ट्रस्ट में प्रशासनिक अधिकारी को पदेन सदस्य बनाने का आग्र्रह।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 12 Jun 2020 02:54 PM (IST) Updated:Fri, 12 Jun 2020 05:46 PM (IST)
पनकी मंदिर में ट्रस्ट ने नियुक्त किए पुजारी और सलाहकार, महंत जितेंद्र दास ने जताया विरोध
पनकी मंदिर में ट्रस्ट ने नियुक्त किए पुजारी और सलाहकार, महंत जितेंद्र दास ने जताया विरोध

कानपुर, जेएनएन। हनुमान मंदिर पनकी में जारी घमासान के बीच श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर श्राइन बोर्ड ने गुरुवार को बैठक कर कई अहम फैसले लिए। मंदिर में मंगला आरती की जिम्मेदारी महंत जितेंद्र दास के भाई जनार्दन दास को देने के साथ ही बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार द्विवेदी को ट्रस्ट का सलाहकार नियुक्त किया गया। डीएम से ट्रस्ट में प्रशासनिक अधिकारी को पदेन सदस्य नामित करने का आग्रह किया गया। वहीं महंत एवं महामंडलेश्वर जितेंद्र दास ने ट्रस्ट के फैसलों को अवैध बताकर कहा है कि नियुक्ति का अधिकार महंतों को है।

महंत श्रीकृष्ण दास व जितेंद्र दास को दी गई भोग की जिम्मेदारी

मंदिर में मंगला आरती की जिम्मेदारी बालकदास निभाते हैं। बालकदास ने खुद को ब्रह्मलीन महंत रमाकांत दास का उत्तराधिकारी मानते हुए महंत पद पर दावा किया है। इस ट्रस्ट के गठन के बाद से वह आरती के लिए नहीं जा रहे हैं। फिलहाल महंत श्रीकृष्ण दास आरती कर रहे हैं। गुरुवार को हुई बैठक में जनार्दन दास को पूजा की जिम्मेदारी दी गई। तय हुआ कि अनुशासनहीनता करने वाले पुजारी या कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। मंदिर में समय से मंगला आरती, भगवान का भोग और प्रसाद अॢपत करने की जिम्मेदारी महंत श्रीकृष्ण दास और महंत जितेंद्र दास को दी गई।

बैठक के बाद मैनेजिंग ट्रस्टी अमित नारायणा, प्रवक्ता रामजी त्रिपाठी और ट्रस्टी दिनेश वाजपेयी का संयुक्त खाता यूको बैंक में खोला गया। इसमें दो लाख रुपये की राशि जमा की गई। महंत पद के लिए दावा करने वाले बालक दास का कहना है कि ट्रस्ट का मामला कोर्ट में है लिहाजा उसे फैसले लेने का अधिकार नहीं है। ट्रस्ट सर्वमान्य नहीं है। तबीयत खराब होने से मंदिर नहीं जा रहा हूं। कई और पुजारी हैं जो मंगला आरती करते हैं। पुजारी की नियुक्ति महंत जितेंद्र दास कर सकते हैं और कोई और नहीं।

इसी सप्ताह मंदिर में होगी अखाड़ा की बैठक 

महंत जितेंद्र दास ने अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा के प्रधान मंत्री वैष्णव दास से बात कर मंदिर में अखाड़ा की बैठक बुलाई है। बैठक इसी हफ्ते होगी। जितेंद्र दास का कहना है कि बैठक में श्रीराम जन्म मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास भी आएंगे। जरूरत पड़ी तो अन्य अखाड़ों के अध्यक्ष से बात कर आमंत्रण दूंगा। फर्जी तरीके से गठित ट्रस्ट की जानकारी महंत नृत्य गोपाल दास, वैष्णव दास को दे दी है। मुख्यमंत्री से मिलकर मंदिर की संपत्ति हड़पने की साजिश की शिकायत करूंगा। डीएम से सुरक्षा मांगी है। मिलते ही शहर आ जाऊंगा। श्रीकृष्ण दास से कोई विवाद नहीं है। बाबा रमाकांत दास की गद्दी पर बालक दास ने दावा किया है।  

कौन हैं जनार्दन दास

जनार्दन दास महंत जितेंद्र दास के भाई हैं। उनका दावा है कि महंत भुवनेश्वर दास की गद्दी पर जितेंद्र दास नहीं बल्कि उन्हें बैठाया जाना चाहिए। इसी बात को लेकर जितेंद्र दास और जनार्दन दास के बीच विवाद चल रहा है।

इनका ये है कहना

फर्जी तरीके से बनाए गए ट्रस्ट को नियुक्ति का अधिकार नहीं है। महंत ही तय करेंगे कि कौन पुजारी होगा और किसकी क्या जिम्मेदारी होगी। ट्रस्ट का मामला कोर्ट में है। मेरी जान को खतरा है इसलिए शहर नहीं आ रहा हूं।

जितेंद्र दास, महंत एवं महामंडलेश्वर

मंदिर में मंगला आरती के लिए जनार्दन दास को पुजारी बनाया गया है। वे ही पूजन करेंगे। सलाहकार की नियुक्ति कर दी गई है। डीएम से पदेन सदस्य नामित करने का आग्रह किया गया है। जल्द ही सदस्य नामित होंगे, इससे पारदर्शिता बनी रहेगी।

रामजी त्रिपाठी, प्रवक्ता एवं ट्रस्टी

ट्रस्ट को फैसले करने का पूरा अधिकार है। सर्वसम्मति से फैसले लिए जा रहे हैं। मंदिर की संपत्ति से ट्रस्ट का कोई लेना देना नहीं है। ट्रस्ट सिर्फ विकास कराएगा। मंदिर में आने वाला चढ़ावा दोनों महंतों के बीच बंटेगा, यह सहमति बन चुकी है। गलत आरोप नहीं लगने चाहिए।

अमित नारायणा, मैनेजिंग ट्रस्टी

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