Kanpur में DM Vishak Ji के आदेशों को दरकिनार कर संचालित हो रही टेनरियां, हांफ रहा ट्रीटमेंट प्लांट
कानपुर में जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर के आदेशों को दरकिनार कर चोरी-छिपे टेनरियां चल रहीं है। जिससे ट्रीटमेंट प्लांट हांफ रहा है। वहीं आधी टेनरियां बंद होने के बावजूद ट्रीटमेंट तक क्षमता से अधिक दूषित पानी पहुंच रहा है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। वाजिदपुर स्थित 36 कंबाइंड एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) में ट्रीटेड इफ्लुएंड पंप हाउस (टीईपीएच) का चैनल ध्वस्त होने के कारण टेनरियों का दूषित पानी गंगा में गिराया जा रहा था।
इस पर जिलाधिकारी विशाख जी ने चैनल की मरम्मत होने तक टेनरियों को रोस्टर के आधार पर चलाने का आदेश दिया। अब रोस्टर के तहत 50 प्रतिशत टेनरियों को ही एक साथ चलाया जा रहा है। बड़ी बात यह है कि आधी टेनरियों के संचालन के बावजूद प्लांट में रोजाना क्षमता से अधिक दूषित पानी पहुंच रहा है। इससे स्पष्ट है कि आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए चोरी छिपे टेनरियों का संचालन हो रहा है।
नौ एमएलडी क्षमता, पहुंच रहा 14 एमएलडी से ज्यादा दूषित पानी : सीईटीपी में पहुंचने वाले दूषित पानी का फ्लो बता रहा है कि टेनरियों को रोस्टर के आधार पर चलाने के जिलाधिकारी के आदेश को हवा में उड़ा दिया गया है। नौ एमएलडी क्षमता वाले प्लांट में 14 एमएलडी से ज्यादा पानी पहुंच रहा है।
आधी टेनरियां बंद होने पर नौ एमएलडी का आधा यानि साढ़े चार एमएलडी पानी ही प्लांट तक पहुंचना चाहिए था। इसके बावजूद क्षमता से अधिक पानी यहां पहुंच रहा है।
प्लांट का संचालन करने वाली कंपनी पर मुकदमा : ट्रीटमेंट प्लाट द्वारा गंगा में टेनरियों का दूषित उत्प्रवाह बहाये जाने की जानकारी होने पर मंगलवार को जिलाधिकारी विशाख जी प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने प्लांट का संचालन करने वाली कार्यदायी कंपनी कानपुर रिवर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को दोषी पाया। जिलाधिकारी के निर्देश पर कंपनी पर लापरवाही बरतने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।