सनस्क्रीन लोशन से महिलाओं की हड्डी हो रही कमजोर

जागरण संवाददाता, कानपुर : सनस्क्रीन लोशन के अत्याधिक इस्तेमाल से महिलाओं में विटमिन डी की

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Mar 2018 04:20 PM (IST) Updated:Sun, 18 Mar 2018 04:20 PM (IST)
सनस्क्रीन लोशन से महिलाओं की हड्डी हो रही कमजोर
सनस्क्रीन लोशन से महिलाओं की हड्डी हो रही कमजोर

जागरण संवाददाता, कानपुर : सनस्क्रीन लोशन के अत्याधिक इस्तेमाल से महिलाओं में विटमिन डी की कमी हो रही है। एक सर्वे के मुताबिक इसके इस्तेमाल से 70 फीसद महिलाओं की हड्डियां कमजोर हो रही हैं। यह लोशन विटामिन डी का अवशोषण रोकता है। विटामिन डी की भरपाई के लिए एक घंटे धूप में बैठना चाहिए। यह जानकारी जीएसवीएम मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में शनिवार को चर्म रोग विभाग की डर्मा मीट-2018 के मुख्य वक्ता अलीगढ़ से आए डॉ. राजीव शर्मा एवं एसजीपीजीआइ चंडीगढ़ के सेवानिवृत वरिष्ठ चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ. भूषण कुमार ने दी।

उन्होंने कहा कि लिवर, डायबिटीज, हार्ट व अन्य गंभीर रोग का संकेत हमारी त्वचा देती है। शरीर में खुजली एवं दाने लिवर में खराबी एवं पेशाब वाली जगह में सफेद पदार्थ का जमना व कटना डायबिटीज का संकेत है।

बच्चों में हो रही दाद, खाज, खुजली

हाथ मिलाने के फैशन एवं ठीक से साफ-सफाई न रखने से बच्चों में दाद, खाज एवं खुजली की समस्या हो रही है। इसलिए बाल रोग विशेषज्ञों को बच्चों के चर्म रोग की जानकारी होनी चाहिए।

हरपीज सिप्पलेक्स खतरनाक

हरपीज जास्टर एवं हरपीज सिप्पलेक्स दो तरह के वायरस से होने वाले चर्म रोग हैं। हरपीज जास्टर वायरस का संक्रमण जीवन में एक बार होता है। वहीं हरपीज सिप्पलेक्स वायरस के संक्रमण से पहले त्वचा में छोटे छोटे पानी भरे दाने निकलते हैं। उनके फूटने से जख्म होता है। यह समस्या आमतौर पर मलद्वार, जननांग, गले और नाक में होती है। संक्रमित व्यक्ति को सहवास के दौरान सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए।

इससे पहले सम्मेलन का उद्घाटन महापौर प्रमिला पांडेय ने किया। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार, डॉ. योगेश एम शाह, डॉ. सुनील गुप्ता ने भी व्याख्यान दिया। इस दौरान डॉ. सौरभ अग्रवाल, डॉ. यशवंत राव, डॉ. डीपी शिवहरे एवं डॉ. सुशील चंद्रा मौजूद रहे।

गोरा बनाने वाली क्रीम खराब कर रही त्वचा

इलाहाबाद मेडिकल कालेज के चर्म रोग विभाग की डॉ. सुधा यादव ने बताया कि एंटी बैक्टीरियल साबुन एवं लिक्विड के अधिक इस्तेमाल से त्वचा में पाए जाने वाले मित्र कीटाणु मर जाते हैं। लोगों को सामान्य साबुन का ही इस्तेमाल करना चाहिए। खानपान में रसायन का एक्सपोजर बढ़ने से त्वचा में एलर्जी के मामले बढ़ रहे हैं। डैंड्रफ बीमारी नहीं, खाल निकलने की सामान्य प्रक्रिया है। पानी की तेज धार से इसे साफ करना चाहिए। एंटी डैंड्रफ शैंपू तो दिखावा हैं।

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