चीन की मांग से 14 रुपये किलो उछला सफेद तिल

दो वर्ष से कम था उत्पादन, बड़े निर्यात ने बढ़ा दिया भाव, 74 रुपये प्रति किलो से 88 रुपये प्रति किलो हो गई कीमत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Jun 2018 05:50 PM (IST) Updated:Fri, 29 Jun 2018 05:50 PM (IST)
चीन की मांग से 14 रुपये किलो उछला सफेद तिल
चीन की मांग से 14 रुपये किलो उछला सफेद तिल

जागरण संवाददाता, कानपुर : चीन की मांग ने सफेद तिल की कीमतों को जून के दो सप्ताह में ही 14 रुपये प्रतिकिलो तक बढ़ा दिया है। 74 रुपये प्रति किलो से इसकी कीमत 88 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। कारोबारियों के मुताबिक दो वर्ष से कम उत्पादन और अब बढ़ी मांग ने इसकी कीमत बढ़ा दी। जून के मध्य में सफेद तिल की कीमत थोक बाजार में 74 रुपये किलो थी। इसके बाद अचानक कीमत तेजी से बढ़ गई।

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यहां होता उत्पादन

उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों के साथ ही सफेद तिल का उत्पादन मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक में होता है।

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मौसम का रहा असर

2015-16 में तिल का उत्पादन अच्छा रहा था, लेकिन उसके बाद 2016-17 और 2017-18 में मौसम खराब होने की वजह से कम उत्पादन हुआ। 2016 में देश में तिल का कुल उत्पादन 2,75,000 टन था। इसमें 90,000 टन उत्पादन गुजरात से था। गुजरात देश में सबसे अधिक तिल उत्पादन करने वाला राज्य है। 2017-18 में उत्पादन और खराब हो गया और गुजरात में उत्पादन मात्र 50,000 टन रह गया।

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चीन की मांग का असर

चीनी भोजन में सफेद तिल का इस्तेमाल काफी होता है। तिल कारोबारी ताराचंद के मुताबिक यूं तो चीन की मांग हर वर्ष रहती है, लेकिन इस बार उसने ज्यादा मांग की जिसकी वजह से तिल का बड़ा हिस्सा निर्यात हो गया है। इससे तिल की कीमतें बढ़ गई हैं।

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सर्दियों में ज्यादा मांग

शहर में तिल की ज्यादा मांग सर्दियों में होती है। गल्ला आढ़तिया संघ के प्रधानमंत्री ज्ञानेश मिश्रा के मुताबिक सर्दियों में गजक, रेवड़ी की बिक्री बढ़ने से इसकी मांग ज्यादा हो जाती है। चीन की मांग को देखते हुए सर्दी में कीमतें और बढ़ सकती हैं।

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