साइबर सिक्योरिटी, नैनो टेक्नोलॉजी व भूकंप इंजीनियरिंग भी पढ़ेंगे पॉलीटेक्निक के छात्र

आइआरडीटी ने डिप्लोमा इंजीनियरिंग के ऑनलाइन कोर्स किए डिजाइन, 29 जनवरी से प्रदेश के 31 पॉलीटेक्निक संस्थानों में होगी शुरुआत।

By Edited By: Publish:Fri, 25 Jan 2019 12:46 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jan 2019 11:30 AM (IST)
साइबर सिक्योरिटी, नैनो टेक्नोलॉजी व भूकंप इंजीनियरिंग भी पढ़ेंगे पॉलीटेक्निक के छात्र
साइबर सिक्योरिटी, नैनो टेक्नोलॉजी व भूकंप इंजीनियरिंग भी पढ़ेंगे पॉलीटेक्निक के छात्र
कानपुर [विक्सन सिक्रोड़िया]। पॉलीटेक्निक के छात्र अब उन विषयों की ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे जो समय की मांग के साथ रोजगारपरक हैं। पहली बार डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए साइबर सिक्योरिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, भूकंप इंजीनियरिंग, नैनो टेक्नोलॉजी, नेटवर्क व क्रिप्टोग्राफी विषय शामिल किए गए हैं। कानपुर समेत प्रदेश के 31 राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में 29 जनवरी को एक साथ ऑनलाइन व्याख्यान से इसकी शुरुआत होगी। कानपुर के शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान (आइआरडीटी) ने यह कोर्स डिजाइन किया है। इसके अलावा शिक्षक व छात्रों के लिए (222.द्बह्मस्त्रह्लह्वश्च.द्बठ्ठ) वेबसाइट भी बनाई गई है।
मई तक चलने वाले इन ऑनलाइन कोर्स में शिक्षकों के साथ पहली बार इंडस्ट्री व शोध कार्य से जुड़े विशेषज्ञों के व्याख्यानों को शामिल किया गया है। एक दिन में दो हजार छात्र व्याख्यान देख व सुन सकेंगे जबकि पूरे सत्र के दौरान कंप्यूटर साइंस, इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग व सिविल इंजीनियरिंग समेत विभिन्न ब्रांच के 20 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। 80 व्याख्यान होंगे, छात्र भी कर सकेंगे प्रश्न आइआरडीटी के निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि पॉलीटेक्निक छात्रों के लिए जनवरी से मई माह के बीच तकरीबन 80 ऑनलाइन व्याख्यान होंगे। इनका चयन पाठ्यक्रम से लेकर परीक्षा की तैयारी को ध्यान में रखकर किया गया है। व्याख्यान सुनने के साथ छात्र प्रश्न भी पूछ सकेंगे। इन्हें लेक्चर रिकॉर्ड करने की सुविधा भी मिलेगी। योग व स्वच्छता का पाठ भी पढ़ेंगे छात्र तकनीकी विषयों के साथ पॉलीटेक्निक के छात्र योग, स्वच्छता व सामाजिक सरोकारों का पाठ भी पढ़ेंगे।
अन्य विषयों की तरह इनके व्याख्यान भी एक घंटे के होंगे। राजकीय पॉलीटेक्निक कानपुर में हैं सर्वाधिक छात्र राजकीय पॉलीटेक्निक कानपुर में सर्वाधिक साढ़े तीन हजार छात्र हैं। डिप्लोमा इंजीनियरिंग की 18 ब्रांच में यह छात्र अध्ययनरत हैं। इन सभी छात्रों को इस ऑनलाइन लेक्चर का लाभ मिलेंगे। प्रधानाचार्य डा. आरके सिंह ने बताया कि प्रदेश के सर्वाधिक छात्र यहां पर हैं। आइआरडीटी से ऑनलाइन लेक्चर के प्रसारण का शेड्यूल आ चुका है।
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