गुलाबी सर्दी की दस्तक, तापमान में गिरावट

- सुबह और शाम के समय हो रहा ठंड का अहसास - पाकिस्तान और जम्मू क्षेत्र में सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 01:43 AM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 01:43 AM (IST)
गुलाबी सर्दी की दस्तक, तापमान में गिरावट
गुलाबी सर्दी की दस्तक, तापमान में गिरावट

जागरण संवाददाता, कानपुर : गुलाबी सर्दी ने दस्तक दे दी है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान तेजी से नीचे जा रहा है। सुबह और शाम के समय इसका अहसास भी होने लगा है। ठंडी हवा भी चल रही है।

मौसम विभाग के अनुसार पिछले दस दिन में अधिकतम तापमान में दो और न्यूनतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञ इस बार अधिक ठंड पड़ने का अनुमान जता रहे हैं। उधर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होने लगा है। कैस्पियन सागर से ठंडी हवा भारत और अन्य एशियाई देशों में आने लगी हैं। यही हवा हिमालय पर्वत से टकराकर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी कराती हैं। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि ला-नीना के असर से कैस्पियन सागर से ठंडी हवा आ रही है। इसकी वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

उत्तर पूर्वी मानसून का आगमन

डॉ. पांडेय के मुताबिक 20 अक्टूबर के आसपास उत्तर पूर्वी मानसून दस्तक देता है, लेकिन इस बार दक्षिण पूर्वी मानसून के सक्रिय रहने से इसमें देर हो गई। इसके 28 या 29 अक्टूबर को सक्रिय रहने की संभावना है।

- सुबह और शाम के समय हो रहा ठंड का अहसास

- पाकिस्तान और जम्मू क्षेत्र में सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ जागरण संवाददाता, कानपुर : गुलाबी सर्दी ने दस्तक दे दी है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान तेजी से नीचे जा रहा है। सुबह और शाम के समय इसका अहसास भी होने लगा है। ठंडी हवा भी चल रही है।

मौसम विभाग के अनुसार पिछले दस दिन में अधिकतम तापमान में दो और न्यूनतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञ इस बार अधिक ठंड पड़ने का अनुमान जता रहे हैं। उधर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होने लगा है। कैस्पियन सागर से ठंडी हवा भारत और अन्य एशियाई देशों में आने लगी हैं। यही हवा हिमालय पर्वत से टकराकर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी कराती हैं। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि ला-नीना के असर से कैस्पियन सागर से ठंडी हवा आ रही है। इसकी वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

उत्तर पूर्वी मानसून का आगमन

डॉ. पांडेय के मुताबिक 20 अक्टूबर के आसपास उत्तर पूर्वी मानसून दस्तक देता है, लेकिन इस बार दक्षिण पूर्वी मानसून के सक्रिय रहने से इसमें देर हो गई। इसके 28 या 29 अक्टूबर को सक्रिय रहने की संभावना है।

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