खाली होने के बाद बीआइसी की संपत्तियों को विकसित करेगा एनबीसीसी

खाली होने के बाद बीआइसी की संपत्तियां को विकसित करेगा एनबीसीसी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 May 2022 04:01 AM (IST) Updated:Mon, 23 May 2022 04:01 AM (IST)
खाली होने के बाद बीआइसी की संपत्तियों को विकसित करेगा एनबीसीसी
खाली होने के बाद बीआइसी की संपत्तियों को विकसित करेगा एनबीसीसी

खाली होने के बाद बीआइसी की संपत्तियों को विकसित करेगा एनबीसीसी

- एनबीसीसी बीआइसी की जमीनों को आम जनता को सुविधाओं के हिसाब से विकसित करेगा

- यहां आवासीय व व्यवसायिक दोनों तरह की सुविधाएं दी जाएंगी, सड़क और पार्क भी बनेंगे

जागरण संवाददाता, कानपुर: नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन (बीआइसी) की जमीनों को आम जनता के हिसाब से विकसित करेगी। इसके लिए एनबीसीसी ने अपना सर्वे कर लिया है। अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का पैकेज जारी होने और अधिकारियों व कर्मचारियों के भुगतान को लेकर संपत्तियों को खाली करने का इंतजार हो रहा है।

बीआइसी की मिलों के अलावा कानपुर में बीआइसी के बंगले, कालोनियां भी हैं। बीआइसी की कालोनियों में अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बाहरी लोगों के कब्जे हैं। अब बीआइसी वीआरएस पैकेज देने के बाद अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से पहले इन संपत्तियों को खाली कराएगी। इसके बाद जो बाहरी लोग हैं, उनसे भी संपत्तियां खाली कराई जाएंगी।

इसे देखते हुए बीआइसी ने एनबीसीसी से अपनी सभी संपत्तियों का सर्वे करा लिया है। इसमें लाल इमली भी शामिल है। बीआइसी के अधिकारियों के मुताबिक एनबीसीसी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। किन जमीनों पर किस तरह से निर्माण कार्य किए जाएंगे, इसको लेकर पूरी रिपोर्ट जल्द ही सामने आ जाएगी। इसमें फिलहाल लालइमली की जमीन सबसे बड़ी है। शहर में वीआइपी रोड के किनारे उसके बंगले और कालोनियां भी हैं। कुछ संपत्तियां चुन्नीगंज के पास हैं। इसके अलावा चुन्नीगंज से मंडलायुक्त आवास जाने के रास्ते पर आफिस और आवासीय कालोनियां हैं। इनमें ही ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी रह रहे हैं। इन्हीं स्थानों पर टाउनशिप भी बसाने की योजना है।

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