Misdeed in Kannauj: मुकदमे की पैरवी में आई महिला से सामूहिक दुष्कर्म, समझौता कराने के बहाने ले गए थे आराेपित

तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा को बताया कि शादी के बाद ससुरालवालों ने उसे तंग किया और घर से निकाल दिया। इस पर उसने पति के खिलाफ कोर्ट में भरण-पोषण अधिनियम का मुकदमा कर दिया।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 04:50 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 04:50 PM (IST)
Misdeed in Kannauj: मुकदमे की पैरवी में आई महिला से सामूहिक दुष्कर्म, समझौता कराने के बहाने ले गए थे आराेपित
कन्नौज में दुष्कर्म की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटाे।

कन्नौज, जेएनएन। कोर्ट में मुकदमे की पैरवी में आई महिला को समझौते के बहाने कार में बिठा लिया और सुनसान स्थल पर ले जाकर चार लोगों दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे रोड के किनारे छोड़कर भा गए। पीडि़ता ने कोतवाली में सूचना दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर उसने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा को बताया कि शादी के बाद ससुरालवालों ने उसे तंग किया और घर से निकाल दिया। इस पर उसने पति के खिलाफ कोर्ट में भरण-पोषण अधिनियम का मुकदमा कर दिया। 22 सितंबर को वह इसी मुकदमे की पैरवी में तारीख पर गई थीं, तभी कचहरी गेट पर उसका पति अपने दोस्तों के साथ मिल गया। उसने रोका और बताया कि वह इस मुकदमे में समझौता करना चाहता है। इसके लिए अब तक मुकदमे में हुआ सारा खर्च भी दे देगा। समझौते केे लिए सदर कोतवाली के ही एक गांव में रिश्तेदार के यहां चलने के लिए कहा।

महिला ने बताया कि पति की बात पर विश्वास कर वह कार में बैठ गई। थोड़ी दूर पर सुनसान स्थल पर कार रोक दी और उसमें बैठे युवकों ने उसके साथ जबरदस्ती की। जब विरोध किया तो पति ने पिटाई कर दी। इसके बाद पति समेत उसके तीन दोस्तों ने दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। पीडि़ता ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने फर्जी मामला बताकर उसकी बात नहीं सुनी। महिला ने बताया कि उसकी ससुराल छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र की पुलिस चौकी सिकंदरपुर के अंतर्गत एक गांव में है। उसने पुुलिस अधीक्षक से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।। एसपी ने बताया कि सदर कोतवाल को घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। यदि मामला सही पाया गया तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा। 

chat bot
आपका साथी