चित्रकूट में भीषण बारिश से मंदाकिनी उफनाई, रामघाट पर कई मंदिर बाढ़ में डूबे Chitrakoot News
सड़कों पर जलभराव से आवागमन बंद हो गया और लोग घरों में कैद हो गए।
चित्रकूट, जेएनएन। जनपद में भीषण बारिश के चलते मंदाकिनी में बाढ़ आ गई और रामघाट स्थित कई मंदिर पूरी तरह डूब गए है। बीते कई घंटों से जारी बारिश से बदरहा नदी में उफान से खतरा और बढ़ गया है, वहीं शहर की गलियां और सड़कों पर जलभराव से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। लोग घरों पर कैद हो गए हैं और दिनचर्या प्रभावित हो गई है।
मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढऩे से बाढ़ के हालात बन गए हैं। रामघाट स्थित कई मंदिर आधे से ज्यादा डूब गए हैं और दुकानों के अंदर पानी भर गया है। कुछ दुकानदारों ने अपना सामान समेट लिया था, वहीं कुछ दुकानों में सामान डूब जाने से नुकसान हुआ है। नदी के दोनों ओर घाट नजर नहीं आ रहे हैं और जलधारा मंदिरों से होकर गुजर रही है। आसपास रहने वाले लोगों में भी दहशत बनी हुई है। बताते चलें कि कई वर्ष पूर्व मंदाकिनी में आई बाढ़ से काफी नुकसान हुआ था।
मंगलवार रात से रुक रुक कर शुर हुई बारिश ने बुधवार सुबह तेजी पकड़ ली और पांच घंटे के अंदर चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा। भीषण बारिश के कारण लोग घरों पर कैद हो गए और सभी कामकाज ठप हो गए हैं। जिला मुख्यालय कर्वी में गलियों व सड़कों पर जलभराव से आवागमन बंद हो गया। बस अड्डा के सामने, ट्रैक्टर एजेंसी के पीछे गलियों में पानी भरने से लोग निकल नहीं सके और वाहन निकालने में भी समस्या हो रही है। रामलीला मैदानों व दुर्गा पंडालों में अव्यवस्था फैल गई।
बरदहा में उफान से पाठा तक हलचल
लगातार तेज बारिश के कारण मानिकपुर तहसील अंतर्गत पाठा इलाके से गुजरी बरदहा नदी फिर उफनाने लगी है। इससे सुबह से लोग खेतों की तरफ नहीं गए, जिससे जानवरों के लिए चारा पानी का इंतजाम करना मुश्किल हो गया है। राजापुर, मऊ, बरगढ़, भरतकूप, शिवरामपुर, चित्रकूट क्षेत्र में समस्या बनी है।