कानपुर की हवा में आतिशबाजी का 'जहर', खतरे के निशान से कई गुना अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक

वायुमंडल के सबसे निचले स्तर पर जमा हुए पर्टिकुलेट मैटर, यह स्तर श्वांस रोगियों के लिए नुकसानदायक है।

By AbhishekEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 03:12 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 08:29 PM (IST)
कानपुर की हवा में आतिशबाजी का 'जहर', खतरे के निशान से कई गुना अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक
कानपुर की हवा में आतिशबाजी का 'जहर', खतरे के निशान से कई गुना अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक

कानपुर (जेएनएन)। शहर की आबोहवा में दीपावली पर पटाखों और आतिशबाजी के धुएं ने जहर घोल दिया है। महज दो दिन में वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरे के निशान से कई गुना अधिक हो गया। बारुद के जलने से वायुमंडल के सबसे निचले स्तर पर पर्टिकुलेट मैटर (पीएम 10 व 2.5) का घनत्व बढ़ गया। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मैनुअल ढंग से वायु प्रदूषण की पड़ताल की। प्रदूषण की मात्रा 450 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक पाई गई।

यह स्तर श्वांस रोगियों के लिए नुकसानदायक है। मानक के अनुसार यह मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए। प्रदूषण विभाग ने इस आंकड़े की पड़ताल शुरू कर दी है। पांचों मानीटङ्क्षरग स्टेशनों की रिपोर्ट सोमवार तक आ जाएगी। शहर में आवास विकास कल्याणपुर, पनकी, विजय नगर, किदवई नगर व जरीब चौकी में स्टेशन हैं।

कल्याणपुर व विजय नगर में प्रदूषण ज्यादा

कल्याणपुर और विजय नगर के मॉनीटरिंग स्टेशनों से सबसे अधिक प्रदूषण की रिपोर्ट मिली है। यहां पीएम 10 की मात्रा 500 के आसपास पहुंच गई है। अधिकारियों ने रिपोर्ट की जांच के निर्देश दिए हैं। वायु प्रदूषण के चलते शहर में स्मॉग का खतरा उत्पन्न हो जाएगा। पिछले साल भी दीपावली के बाद यह स्थिति उत्पन्न हो गई थी।आइआइटी ने शुरू की निगरानी 

आइआइटी के एनवायरोमेंट इंजीनियरिंग विभाग के विशेषज्ञों ने वायु प्रदूषण की निगरानी शुरू कर दी है। संस्थान के बहुमंजिला भवन में मोबाइल एयर सैंपलर लगा दिए गए हैं। वहां से भी दो-तीन दिन में रिपोर्ट जारी की जा सकती है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप मिश्र कहते हैं कि शहर में पर्टिकुलेट मैटर स्तर 400 के ऊपर पहुंच गया है। पांचों मॉनीटरिंग स्टेशनों की रिपोर्टिंग करा ली गई है। कुछ जगहों पर स्थिति काफी गंभीर मिली है। इन्हें सोमवार तक जारी कर दिया जाएगा।

मॉनीटङ्क्षरग स्टेशन का सेंसर खराब 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नेहरू नगर स्थित मॉनीटरिंग स्टेशन के उपकरणों को दीपावली से दो दिन पूर्व कैलीब्रेट किया गया था। उसके सेंसरों में गड़बड़ी मिलने पर दिल्ली से सेंसर मंगवाए गए हैं। ऐसे में ऑटोमेटिक स्टेशन चालू नहीं हो सका। अभी यहां से रिपोर्ट जारी नहीं हो सकेगी। मैनुअली रिपोर्टिंग की जा रही है।

तापमान गिरने से छाई प्रदूषण की धुंध

तापमान गिरने के साथ ही शहर में प्रदूषण की धुंध छाने लगी है। बीते तीन दिन से न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने से सुबह व शाम को धुंध के बादल राहगीरों की परेशानी का सबब बन रहे हैं। शुक्रवार को भी न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार कोहरे व धुएं संग छाई धुंध और हवा न चलने के कारण सूर्योदय के दौरान रोशनी कम रही।

तापमान गिरने के साथ नमी का प्रतिशत भी बढ़ रहा है। अधिकतम नमी की मात्रा 83 फीसद रही। नमी अधिक होने से सुबह व रात में तेजी से ओस गिरने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. नौशाद खान ने बताया कि आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान 25 डिग्री से नीचे पहुंचने की संभावना है। बीते चार दिनों में तापमान इसके करीब पहुंच भी चुका है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री तो बुधवार को 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी व वहां से आने वाली उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते तापमान गिरने लगा है। आने वाले 24 घंटों के दौरान शहर में हल्की से मध्यम धुंध पडऩे की संभावना भी है।

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