अगले साल मई से जेवरों पर अनिवार्य होगा हॉलमार्क, दो घंटे में ऑनलाइन मिलेगा लाइसेंस

इंडियन हॉल मार्किंग एसोसिएशन के उत्तर भारत के उपाध्यक्ष ने दी जानकारी। जीएसटी में पंजीकृत सभी सराफा कारोबारियों को हॉलमार्क लेना अनिवार्य होगा। ऑनलाइन ही फीस भी जमा हो जाती है। जनवरी 2021 से इसे अनिवार्य करने की तैयारी चल रही थी।

By ShaswatgEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 07:11 PM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 07:11 PM (IST)
अगले साल मई से जेवरों पर अनिवार्य होगा हॉलमार्क, दो घंटे में ऑनलाइन मिलेगा लाइसेंस
हल्के व डिजाइनर गहने 18 कैरेट से बनते हैं।

कानपुर, जेएनएन। एक मई 2021 से जेवरों पर हॉलमॉर्क अनिवार्य हो जाएगा। यह जानकारी इंडियन हॉलमार्किंग एसोसिएशन के उत्तर भारत के उपाध्यक्ष गुरप्रीत आहलूवालिया ने दी। इससे पहले जनवरी 2021 से इसे अनिवार्य करने की तैयारी चल रही थी।  

उन्होने बताया कि जीएसटी में जितने भी कारोबारी पंजीकृत हैं, सभी को अपना पंजीयन हॉलमार्क में भी कराना है। अब हॉलमार्क का लाइसेंस लेने के लिए बहुत परेशानी भी नहीं है। बस ऑनलाइन आवेदन करें और दो घंटे में पंजीयन हो जाता है। ऑनलाइन ही फीस भी जमा हो जाती है। 

उन्होंने बताया कि केंद्र के स्तर से हॉलमार्क को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मानक चिह्न में भी एक परिवर्तन किया गया है। पहले जो वर्ष का कोड ए, बी, सी, डी के रूप में दिया जाता था वह अब खत्म कर दिया गया है। अब भारत मानक ब्यूरो का लोगो, सोने की मात्रा, कैरेट, हॉलमार्क केंद्र का चिह्न और ज्वैलर का चिह्न लगाया जा रहा है। 

त्योहार पर ध्यान से खरीदे जेवर 

त्योहार के मौके पर जेवर खूब बिकते हैं। इस समय दीपावली और उसके बाद सहालग को देखते हुए ज्वैलरी खूब बिक रही है। करवा चौथ के लिए मंगलवार को भी लाइटवेट डिजाइनर ज्वैलरी युवतियों ने खूब खरीदीं लेकिन खरीदारी के दौरान हॉलमार्क का भी ध्यान रखना चाहिए। कई बार 22 कैरेट का सोना बताने के बाद भी 14 कैरेट के जेवर मिल जाते हैं। हॉलमार्क के 14, 18 व 22 कैरेट के मानक हैं। 22 कैरेट सोना से भारी गहने बनते हैं। हल्के व डिजाइनर गहने 18 कैरेट से बनते हैं। 14 कैरेट का इस्तेमाल हीरे के जेवर के लिए होता है।

किसमें, कितना सोना 

कैरेट             शुद्धता फीसद 

14               58.5 फीसद 

18               75 फीसद 

22               91.6 फीसद 

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