जानिए गोविंदा की जुबानी, कानपुर में किसके आशीर्वाद से बॉलीवुड में निकल पड़ी लॉटरी
गोविंदा ने शहर में पहली फिल्म सोने की धरतीÓ की शूटिंग से पहले पनकी मंदिर में हनुमान जी के दर्शन किए थे।
कानपुर, जेएनएन। मशहूर फिल्म अभिनेता गोविंदा को कानपुर से बेहद लगाव है और उनके कॅरियर में शहर का अहम योगदान है। गोविंदा का कहना है कि कानपुर ने मुझे बहुत दिया है, यहीं से मेरे कॅरिअर की शुरुआत हुई। पहली फिल्म 'सोने की धरती' की शूटिंग कानपुर में हुई। इसकी शूटिंग से पहले पनकी मंदिर में हनुमान जी के दर्शन किए, जिनके आशीर्वाद से बॉलीवुड में मेरी लॉटरी निकल पड़ी। कहा, मेरी मां ने भी पहला कार्यक्रम इसी शहर में प्रस्तुत किया, यह शहर मेरे लिए बहुत लकी रहा।
बॉलीवुड में टैलेंट को नचा रहा पैसा
शहर के एक स्कूल में आए फिल्म अभिनेता गोविंदा ने पत्रकारों के बीच कहा कि फिल्मी दुनिया में प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन उस पर पैसा हावी हो रहा है। टैलेंट अब पैसे में कैद होकर रह गया है। इंडस्ट्री में पैसा खर्च करने वाले जैसे चाहते हैं वैसा कराते हैं। उन्होंने कहा कि परफॉर्मेंस कराने की बजाय अपनी सोच थोपी जा रही है फिर चाहें फिल्म कैसी भी बने। क्योंकि ऐसे व्यक्तियों की प्राथमिकता में फिल्म नहीं बल्कि उससे जुड़ी दूसरी बातें हैं। कहा, समय के साथ बॉलीवुड में बदलाव आने के साथ प्रतिभा को अपने तरीके से काम करने की आजादी भी कम मिलने लगी। दूसरों की बात नहीं करता हूं लेकिन मैं स्टोरी सुनने व किरदर समझने के बाद ही हामी भरता हूं।
दर्शकों को बेहद पसंद आएगी रंगीला राजा
अभिनेता गोविंदा ने बताया कि रंगीला राजा का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। आने वाले समय में कोर्ट फैसला देगा, जिसके आधार पर फिल्म रिलीज करने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे। फिलहाल इस फिल्म में बहुत मेहनत की गई है, जो दर्शकों को बेहद पसंद आएगी। मुंबई से लेकर कानपुर तक दर्शकों ने मुझे बेहद प्यार दिया है। बॉलीवुड मेरे परिवार की तरह है, जहां मुझे बहुत कुछ मिला है। मैं इतना ही कह सकता हूं कि हर बात कहने का एक तरीका व एक सीमा होती है। अगर इसके बाहर बात कही जाए अथवा गलत तरह से प्रचारित किया जाए तो वह अशोभनीय होता है।
बॉलीवुड में टैलेंट को नचा रहा पैसा
शहर के एक स्कूल में आए फिल्म अभिनेता गोविंदा ने पत्रकारों के बीच कहा कि फिल्मी दुनिया में प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन उस पर पैसा हावी हो रहा है। टैलेंट अब पैसे में कैद होकर रह गया है। इंडस्ट्री में पैसा खर्च करने वाले जैसे चाहते हैं वैसा कराते हैं। उन्होंने कहा कि परफॉर्मेंस कराने की बजाय अपनी सोच थोपी जा रही है फिर चाहें फिल्म कैसी भी बने। क्योंकि ऐसे व्यक्तियों की प्राथमिकता में फिल्म नहीं बल्कि उससे जुड़ी दूसरी बातें हैं। कहा, समय के साथ बॉलीवुड में बदलाव आने के साथ प्रतिभा को अपने तरीके से काम करने की आजादी भी कम मिलने लगी। दूसरों की बात नहीं करता हूं लेकिन मैं स्टोरी सुनने व किरदर समझने के बाद ही हामी भरता हूं।
दर्शकों को बेहद पसंद आएगी रंगीला राजा
अभिनेता गोविंदा ने बताया कि रंगीला राजा का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। आने वाले समय में कोर्ट फैसला देगा, जिसके आधार पर फिल्म रिलीज करने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे। फिलहाल इस फिल्म में बहुत मेहनत की गई है, जो दर्शकों को बेहद पसंद आएगी। मुंबई से लेकर कानपुर तक दर्शकों ने मुझे बेहद प्यार दिया है। बॉलीवुड मेरे परिवार की तरह है, जहां मुझे बहुत कुछ मिला है। मैं इतना ही कह सकता हूं कि हर बात कहने का एक तरीका व एक सीमा होती है। अगर इसके बाहर बात कही जाए अथवा गलत तरह से प्रचारित किया जाए तो वह अशोभनीय होता है।