कानपुर में कारोबारी के घर लगी आग में परिवार के चार लोगों की मौत

घर की निकासी में लगे चैनल में पड़े ताले और चारों तरफ फैली आग के चलते परिवार को बचने के लिए बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका।

By amal chowdhuryEdited By: Publish:Tue, 23 May 2017 09:31 AM (IST) Updated:Tue, 23 May 2017 09:31 AM (IST)
कानपुर में कारोबारी के घर लगी आग में परिवार के चार लोगों की मौत
कानपुर में कारोबारी के घर लगी आग में परिवार के चार लोगों की मौत

कानपुर (जागरण संवाददाता)। चकेरी के लालबंगला बाजार में साड़ी कारोबारी के घर लगी आग में परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। कारोबारी नीरज जैन व पत्नी शिम्पी आग में जल गए। बेटा उज्जवल व मां मेमरानी की आग की चपेट आने और धुएं से दम घुटने से मौत हो गई।

घर की निकासी में लगे चैनल में पड़े ताले और चारों तरफ फैली आग के चलते परिवार को बचने के लिए बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका। जब तक दमकल ने राहत कार्य शुरू किया तब तक परिवार के चारों सदस्यों की मौत हो चुकी थी। परिवार में केवल नीरज की बेटी मान्या रह गई है जो घटना के वक्त ननिहाल में थी।

लाल बंगला बाजार नई सब्जी मंडी निवासी नीरज जैन (40) का बाजार में जैन साड़ी सेंटर के नाम से शोरूम है। रविवार को नीरज पत्नी शिम्पी (37) मां मेमरानी जैन (67) व बेटे उज्ज्वल (17) के साथ घर में सो रहे थे। सोमवार तड़के करीब 4:30 बजे मकान में आग लग गई। बरामदे में रखे साड़ी के बंडल से आग ने भयावह रूप ले लिया। नीरज व शिम्पी की धुएं से दम घुटने पर नींद खुली।

शिम्पी ने बेटे उज्ज्वल और सास मेमरानी को उनके कमरे में जाकर जगाया और बचने के उपाय शुरू कर दिए। चारों तरफ साड़ियों के बंडल में लगी आग से घिरा जैन परिवार चैनल में ताला लगा होने के कारण डंडे से भी उसे खोल नहीं सका। दूसरा निकास का रास्ता नहीं होने से सभी घर में कैद हो गए। नीरज व शिम्पी आग पर काबू पाने के प्रयास में जल गए।

उज्ज्वल ने शुक्लागंज, उन्नाव में अपने मामा अंकित को फोन कर मदद मांगी। अंकित पुलिस व फायर बिग्रेड को फोन करते हुए परिवार संग मौके पर पहुंचे और अंदर से बंद दरवाजे को तोड़ा। डीआइजी सोनिया सिंह खुद फायर ब्रिगेड संग पहुंचीं। चैनल का ताला काट अंदर घुसे दमकल कर्मियों ने पानी डालकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक अंदर चारों जिंदगियां खत्म हो चुकी थीं।

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कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और एडीजी अविनाश चंद्र ने मौके पर पहुंच परिवारिजन को सांत्वना दी। शाम को नम आंखों के बीच सिद्धनाथ घाट पर चारों का अंतिम संस्कार किया गया। दूसरी तरफ जहां पुलिस व दमकल अधिकारी शार्ट सर्किट से आग की बात कहते रहे, वहीं परिवारीजन साजिश बताते हुए जांच की मांग कर रहे हैं।

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