मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़, केपीएम अस्पताल में भेजी गईं नकली और घटिया दवाएं Kanpur News

दवाओं की आपूर्ति को लेकर उप्र मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन सवालों के घेरे में कंपनी पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी।

By AbhishekEdited By: Publish:Fri, 26 Jul 2019 11:19 AM (IST) Updated:Fri, 26 Jul 2019 11:19 AM (IST)
मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़, केपीएम अस्पताल में भेजी गईं नकली और घटिया दवाएं Kanpur News
मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़, केपीएम अस्पताल में भेजी गईं नकली और घटिया दवाएं Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन से नकली व घटिया दवाओं की आपूर्ति हो रही है। बिरहाना रोड स्थित कमलापत मेमोरियल अस्पताल (केपीएम) के ड्रग स्टोर से लिए गए दवाओं के नमूनों में एक नकली जबकि दूसरा अधोमानक मिला। दोनों दवाएं हिमाचल प्रदेश की एक दवा कंपनी की हैं। अब कंपनी पर मुकदमे की तैयारी है। अस्पताल प्रशासन ने पत्र लिखकर महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को अवगत कराया है।

सितंबर 2018 से यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन लखनऊ सूबे के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति कर रहा है। इन अस्पतालों में घटिया दवाओं की आपूर्ति की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के औषधि निरीक्षक देशराज सिंह ने अप्रैल में केपीएम अस्पताल में छापा मारा था। संदेह होने पर पांच दवाओं के नमूने भरे थे। उनकी जांच केंद्रीय प्रयोगशाला में कराई गई, जिसमें से हिमाचल प्रदेश के सिरमौर स्थित ग्रैंपस लैबोरेटरी की नियोस्पोरिन दवा नकली मिली। इसमें नियोमाइसिन की मात्रा नहीं मिली। इस पर औषधि निरीक्षक ने इसे नकली बताते हुए 22 जुलाई को औषधि निरीक्षक एवं अस्पताल प्रशासन को रिपोर्ट भेजी और कंपनी पर कार्रवाई के लिए लिखा।

उधर, दूसरे मामले में जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के औषधि निरीक्षक संदेश मौर्या ने मई में केपीएम अस्पताल के ड्रग स्टोर में छापा मारकर दो दवाओं के नमूने भरे थे। उन्हें जांच के लिए लखनऊ स्थित राजकीय प्रयोगशाला भेजा था। वहां की जांच रिपोर्ट में ग्रैंपस लेबोरेटरी के ही जायलोकेन जेल का नमूना भी अधोमानक पाया गया।

एक साल में 16 दवाओं के नमूने फेल

अधिकारियों का कहना है कि एक साल में यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन की दवाओं के 16 नमूने फेल हो चुके हैं। जिन्हें दवाओं की जानकारी नहीं है, उन्हें खरीद का जिम्मा दिया गया है। इससे दिक्कत हो रही है।

इनका ये है कहना

दोनों दवाएं एक ही कंपनी की हैं। नकली एवं अधोमानक दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। बाजार से दवा वापस लेने के लिए कंपनी को पत्र भेजकर हिमाचल सरकार को कार्रवाई के लिए लिखा है। नकली दवा के लिए कंपनी पर मुकदमा भी दर्ज कराएंगे।

संदेश मौर्या, औषधि निरीक्षक

जांच रिपोर्ट में एक दवा नकली तथा दूसरी सब स्टैंडर्ड मिली है। इससे डीजी हेल्थ एवं निदेशक केंद्रीय औषधि आपूर्ति डिपो को अवगत कराया है। यूपी मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन को भी जानकारी दी है। दवा का स्टॉक वापस कर दिया है।

-डॉ. ज्योति सक्सेना, सीएमएस केपीएम अस्पताल

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