साज और आवाज के 'बेबाक बोल'

साज और सुरमयी आवाज से सजी एक शाम। यहां म्यूजिक और सिंगिंग के अलावा स्टैंडअप कॉमेडी और कविताओं की एक के बाद एक ऐसी धमाकेदार प्रस्तुतियां दी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Oct 2018 01:52 AM (IST) Updated:Mon, 08 Oct 2018 01:52 AM (IST)
साज और आवाज के 'बेबाक बोल'
साज और आवाज के 'बेबाक बोल'

जागरण संवाददाता, कानपुर : साज और सुरमयी आवाज से सजी एक शाम। यहां म्यूजिक और सिंगिंग के अलावा स्टैंडअप कॉमेडी और कविताओं की एक के बाद एक ऐसी धमाकेदार प्रस्तुतियां हुई कि लेाग खुद को तालियां बजाने से रोक न सके। अंत में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।

दैनिक जागरण द टैलेंट इंजन, टाई यूपी और जेसीआइ लावण्या के साथ आयोजित 'बेबाक बोल' का ग्रांड फिनाले रविवार को पीएसआईटी भौंती में हुआ। फिनाले में चुने गए 150 उभरते हुए कलाकारों ने अपने हुनर से सभी का ध्यान खींचा।

कार्यक्रम सुबह साढ़े दस बजे शुरू हुआ। स्कूल कॉलेज और डेलीगेट्स वर्ग में आयोजित इस ग्रांड फिनाले में सबसे पहले प्रतियोगियों से वाद्ययंत्रों से कमाल दिखाया। इसके बाद गायकी की महफिल सजी और फिर कविता और स्टैंडअप कॉमेडी की। मुख्य अतिथि निर्वाचित आइएमए अध्यक्ष डा. अर्चना भदौरिया रहीं। कार्यक्रम के दूसरे चरण में प्रसिद्ध लेखक दुर्जोय दत्ता ने अपने मोटीवेशनल टॉक शो से छात्रों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि कैसे छात्र अपने करियर पर फोकस करें और ऑफ बीट करियर के लिए भी प्रयास करते रहें। इस दौरान गेस्ट ऑफ ऑनर अनूप जैन, आनंदी गुप्ता, सुचारिता खन्ना, वंदना देवरॉय आदि रहीं। स्मिता कनौडिया, अमित कनौडिया और शरद परमार ने सभी का आभार जताया। सुनहरे हाथों में है साहित्य

बेबाक बॉल के कविता सेक्शन को जज करने आए कवि अपूर्व विक्रम सिंह ने कहा कि साहित्य सुनहरे हाथों में है। युवा अच्छा लिख रहे हैं। मेरा तजुर्बा छोटा है लेकिन मैं इतना जानता हूं कि साहित्य किसी से डरता नहीं है। यह समाज का दर्पण है। कानपुर में बहुत टैलेंट है

स्टैंडअप कॉमेडियन सेक्शन को जज करने बाहर से आए कॉमेडियन रजत चौहान ने कहा कि कानपुर में बहुत टैलेंट है। एक सफल कॉमेडियन बनने के लिए छोटी-छोटी बातों को ऑब्जर्व करना जरूरी है। यू-ट्यूब बेहतर प्लेटफार्म है इससे युवा खुद को सिद्ध कर सकते हैं। जितना अच्छा पढ़ेंगे उतना अच्छा लिखेंगे

बेबॉक बॉल में आए मोटीवेटर और लेखक दुर्जोय दत्ता ने कहा कि एक अच्छा राइटर बनने के लिए अच्छा पढ़ना जरूरी है। जितना पढ़ेंगे सोच उतनी ही विस्तृत होगी। उन्होंने कहा कि पहली बार कानपुर आया हूं और यहां इतना प्यार मिला है जिसे बयां नहीं किया जा सकता।

ये रहे विजेता

गायकी: स्कूल वर्ग में आयुष श्रीवास्तव, वैभव गुप्ता, मॉली मिश्रा क्रमश: प्रथम द्वितीय और तृतीय रहे। इसी तरह कॉलेज वर्ग में इशिका सिंह, श्रेया सिंह, विशाल बाजपेयी और डेलीगेट्स में रीना अरोड़ा, मनीष दीक्षित, सुनीता अग्रवाल ने क्रमश: प्रथम तीन स्थान हासिल किए। कविता : स्कूल वर्ग में ईशा श्रीावस्तव, नव्या मल्होत्रा, अनुष्ठा सेठी, कॉलेज वर्ग में दीक्षा मिश्रा, विनय और हरलीन कॉर और डेलीगेट्स वर्ग में आयुष्मान सिंह, निहारिका शुक्ला, राघव शुक्ला ने प्रथम तीन स्थान पाए। कॉमेडी: स्कूल वर्ग में मोहित कुमार, दीक्षा, प्रतीक सिंह, डेलीगेट्स में आशीष श्रीवास्तव, डेंजिल सोलोमन,्र सागर निगम क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। वाद्य यंत्र: स्कूल वर्ग में अमरजीत जैन, उदित दुबे क्रमश: प्रथम द्वितीय और दीक्षा सूरी और कौस्तुभ शुक्ला दोनों तृतीय स्थान पर रहे। वहीं कॉलेज वर्ग में प्रखर शुक्ला, प्रगति जैन और यश पांडे क्रमश: प्रथम तीन स्थानों पर रहे।

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