67 साल की लता ने हौसले की संजीवनी से थामी जीवन की डोर, कोरोना को मात देकर लौंटी घर

कानपुर शहर के शास्त्री नगर में रहने वाली 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने कोरोना को पटखनी दी है। उनके लिए योग व फेफड़े से जुड़े व्यायाम रामबाण साबित हुए हैं और अब वह स्वस्थ होकर परिवार के साथ पहले की तरह मुस्कुराने लगी हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 22 May 2021 10:55 AM (IST) Updated:Sat, 22 May 2021 10:55 AM (IST)
67 साल की लता ने हौसले की संजीवनी से थामी जीवन की डोर, कोरोना को मात देकर लौंटी घर
कानपुर में वृद्ध महिला ने जीती कोरोना से जंग।

कानपुर, जेएनएन। जीजीविषा और दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो किसी को भी मात दी जा सकती है, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है 67 साल की लता ने...। नौ दिनों तक कुलवंती अस्पताल में जिंदगी की जंग लडऩे के बाद उन्होंने अपने जज्बे व हौसले से कोरोना को पटखनी दी। अब वह घर आकर परिवार के साथ फिर पहले की तरह बच्चों के साथ मुस्कुरा रही हैं।

कानपुर के शास्त्री नगर निवासी 67 वर्षीय लता सेवानी पिछले दिनों कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गईं थीं। बेटे गौरव सेवानी ने बताया कि मां के संक्रमित होने के बाद पूरा परिवार आइसोलेट था। इस स्थिति में सभी ने मां से लगातार संवाद बनाएं रखा। जिसके कारण उन्हें कभी हम सबसे दूर होने का आभास नहीं हुआ। लगातार गिरते ऑक्सीजन स्तर को काबू पाने में मां के लिए योग की अहम भूमिका रही। उन्होंने बताया कि अधिक उम्र होने के चलते परिवार में सभी को उनकी चिंता रहती है। परंतु नियमित भोजन व सूप से उनके स्वस्थ्य को लाभ हुआ।

पूरा परिवार योग व एक्सरसाइज को देता है प्राथमिकता गौरव ने बताया कि पूरा परिवार नियमित रूप से योग, ध्यान और फेफड़ों के लिए कारगर एक्ससाइज जरूर करता है। संक्रमण के लिए जरूरी गाइड लाइन का पालन और आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलते हैं।

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