10 दिनों से सूप और पानी के सहारे हैैं दोनों कोरोना संक्रमित शेरनी, जानिए इटावा सफारी से जुड़ी दिलचस्प बात

दोनों में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट सात मई को आई थी। उसके बाद से उनका इलाज जारी है। यहां कानपुर चिडिय़ाघर के पूर्व चिकित्सक डॉ.आरके कानपुर चिडिय़ाघर के चिकित्सक डॉ.नासिर व इटावा के स्थानीय चिकित्सक डॉ.रॉबिन यादव बारी-बारी से 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:45 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 11:45 PM (IST)
10 दिनों से सूप और पानी के सहारे हैैं दोनों कोरोना संक्रमित शेरनी, जानिए इटावा सफारी से जुड़ी दिलचस्प बात
इटावा सफारी पार्क में बैठी शेरनी फाइल फोटो जागरण

इटावा (गौरव डुडेजा)। इटावा सफारी पार्क के अस्पताल में बीते 10 दिनों से भर्ती कोरोना संक्रमित शेरनी जेनिफर और गौरी की हालत में अपेक्षित सुधार नहीं है। दोनों शेरनियां चल-फिर रही हैं, लेकिन उन्होंने खाना नहीं खाया है। वह पानी व ठंडा चिकन सूप पी रही हैं। उन्हें दवाओं के साथ ग्लूकोज की बोतल भी दी जा रही हैं। उन्हें बचाने और बेहतर इलाज के लिए सफारी प्रशासन अब इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ) बरेली, वेटनरी विश्वविद्यालय मथुरा, भालू संरक्षण केंद्र आगरा व केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण नई दिल्ली के विशेषज्ञों की मदद ले रहा है।

दोनों शेरनी 30 अप्रैल को बीमार हुईं थी। दोनों में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट सात मई को आई थी। उसके बाद से उनका इलाज जारी है। यहां कानपुर चिडिय़ाघर के पूर्व चिकित्सक डॉ.आरके, कानपुर चिडिय़ाघर के चिकित्सक डॉ.नासिर व इटावा के स्थानीय चिकित्सक डॉ.रॉबिन यादव बारी-बारी से 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। सफारी के एक चिकित्सक डॉ. आरपी वर्मा पुत्र के कोरोना संक्रमित होने से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं जबकि दूसरे डॉ. सर्वेश राय खुद संक्रमित हैं। सफारी के निदेशक केके व उपनिदेशक सुरेश चंद राजपूत तीन बार निरीक्षण कर दोनों शेरनी की स्थिति पर नजर रखे हैं। इलाज की व्यवस्था से जुड़े स्टाफ को बाहर जाने की इजाजत नहीं है।

अब इन विशेषज्ञों से ली गई सलाह : दोनों शेरनी के इलाज के लिए आइवीआरआइ बरेली के वैज्ञानिक डॉ. करीकलन, डॉ. महेंद्रम व देश के प्रसिद्ध वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. एम पावड़े से सलाह ली गई है। इसके अलावा वेटनरी विश्वविद्यालय मथुरा के डॉ. आरपी पांडेय, डॉ. मुकेश श्रीवास्तव व केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के अलावा भालू संरक्षण केंद्र आगरा के डॉ. इलैयाराजा से भी विमर्श किया गया। उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शेरनियों की स्थिति दिखाई गई।

इनका ये है कहना

दोनों शेरनी के इलाज के बाबत मथुरा, बरेली, आगरा, नई दिल्ली के विशेषज्ञों से सलाह ली गई है। अभी दोनों शेरनी की हालत स्थिर है। अभी वह खाना नहीं खा रही हैैं। उम्मीद है कि जल्द उनकी स्थिति में सुधार होगा।

                                                                                 केके सिंह, निदेशक, इटावा सफारी पार्क  

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