बांद्रा टर्मिनस हुई फुल, बिहार जाने वाली ट्रेनों में त्योहार से पहले ही बुकिंग हुई तेज

कानपुर से बांद्रा को जाने वाली कानपुर बांद्रा टर्मिनस नवंबर में सीटें फुल हो चुकी हैं आनंद विहार टर्मिनल से भागलपुर नई दिल्ली से पटना राजेंद्र नगर से नई दिल्ली गांधीग्राम से भागलपुर गोरखपुर से आनंद विहार बीकानेर से कोलकाता सुपरफास्ट ट्रेन शुरू हो रही हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 19 Oct 2020 10:42 PM (IST) Updated:Mon, 19 Oct 2020 10:42 PM (IST)
बांद्रा टर्मिनस हुई फुल, बिहार जाने वाली ट्रेनों में त्योहार से पहले ही बुकिंग हुई तेज
अगले एक दो दिन में इन ट्रेनों में नवंबर में सीट मिलना हो सकता है मुश्किल।

कानपुर, जेएनएन। रेलवे त्योहार स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। इसमें बिहार और मुंबई की ओर जाने वाली गाडिय़ों की संख्या अधिक है। अधिकतर ट्रेनें 20 अक्टूबर से शुरू हो रहीं हैं हालांकि अभी इनमें सीट आसानी से मिल रही है। दीपावली और छठ के दौरान सीटों की बुकिंग तेजी से हो रही है। अधिकारी बताते हैं कि एक से दो दिनों में त्योहार के दौरान इन गाडिय़ों में सीट मिलना मुश्किल हो जाएगा। कानपुर से बांद्रा को जाने वाली कानपुर बांद्रा टर्मिनस नवंबर में सीटें फुल हो चुकी हैं जबकि शताब्दी में अभी त्योहार पर सीटें खाली हैं।

रेलवे बोर्ड ने त्योहार स्पेशल ट्रेनें 20 अक्टूबर से शुरू की हैं। इनमें आनंद विहार टर्मिनल से भागलपुर, नई दिल्ली से पटना, राजेंद्र नगर से नई दिल्ली, गांधीग्राम से भागलपुर, गोरखपुर से आनंद विहार, बीकानेर से कोलकाता सुपरफास्ट ट्रेन शुरू हो रही हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक अक्टूबर माह में इन ट्रेनों में ज्यादा डिमांड नहीं है लेकिन नवंबर में तेजी से बुङ्क्षकग हो रही है। उम्मीद है कि अगले एक दो दिन में इन ट्रेनों में नवंबर में सीट मिलना मुश्किल हो जाएगी।

शताब्दी आज से, पांच घंटे में पहुंचाएगी दिल्ली

सेंट्रल से नई दिल्ली के लिए शताब्दी एक्प्रेस भी मंगलवार से शुरू हो रही है। शताब्दी सुबह 6 बजे सेंट्रल से रवाना होगी और सुबह 11 बजे दिल्ली पहुंचाएगी। वापसी में नई दिल्ली से दोपहर 3:50 बजे यह ट्रेन चलेगी और रात 8:45 बजे सेंट्रल पहुंचेगी। रेल अधिकारियों के मुताबिक शताब्दी एक्सप्रेस में पहले दिन करीब 15 फीसद बुङ्क्षकग हुई है। नवंबर के लिए अभी ट्रेन में सीटें उपलब्ध हैं। शताब्दी रविवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। कारपोरेट ट्रेन तेजस की तुलना में किराया कम होने के चलते कानपुर से इसकी अधिक मांग की जा रही थी।  

chat bot
आपका साथी