सीएसए ने चार पॉलीहाउस में तैयार कीं विदेशी सब्जियां जो बदल देंगी किसानों की किस्मत

Agriculture News चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं तकनीकि विश्वविद्यालय ने चार पॉलीहाउस बनाकर शिमला मिर्च लाल गोभी व चेरी टमाटर तैयार किए हैं। इसमें सिंचाई के लिए बहुत कम पानी की जरूरत होती है। अब किसानों को प्रशिक्षण और बीज दिए जाएंगे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 08:52 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 08:52 AM (IST)
सीएसए ने चार पॉलीहाउस में तैयार कीं विदेशी सब्जियां जो बदल देंगी किसानों की किस्मत
कानपुर के सीएसए में तैयार हुई विदेशी सब्जियां।

कानपुर, जेएनएन। अब किसान अपने खेतों में विदेशी सब्जियां उगाकर अपनी किस्मत बदल सकेंगे। ये फसलें उन्हें भरपूर पैदावार देकर मालामाल बनाएंगी। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) ने किसानों को विदेशी सब्जियों की खेती का प्रशिक्षण देने के लिए चार पॉलीहाउस बनाए हैं। अब किसान किसी भी मौसम में न केवल विदेशी शिमला मिर्च बल्कि लाल गोभी, चीनी गोभी व चेरी टमाटर भी उगा सकेंगे।

सीएसए के शाक भाजी केंद्र के सेंटर फॉर एक्सीलेंस के प्रभारी डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि यहां पांच प्रकार की विदेशी सब्जियां उगाई जा चुकी हैं। वर्तमान में पीली, चॉकलेटी, लाल व हरी विदेशी शिमला मिर्च की पैदावार की जा रही है। सर्दी के दिनों में खीरे की फसल भी तैयार कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें सिंचाई के लिए बहुत ही कम पानी की जरूरत होती है। किसानों को इन सब्जियों को उगाने का प्रशिक्षण और उनके बीज सीएसए देगा।

पॉलीहाउस में होती है पैदावार

प्रो. सिंह ने बताया कि सेंटर फॉर एक्सीलेंस का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उन्हें उन्नतशील प्रजातियों के साथ विदेशी सब्जियों की पौध व बीज मुहैया कराना है, जिससे वह कम समय में अच्छी फसल पा सकें। इन फसलों की खासियत है कि पॉलीहाउस में इनकी पैदावार होती है, जिससे कीट व रोग लगने की आशंका भी समाप्त हो जाती है। शोध छात्रों के लिए खुले दरवाजे पीएचडी व एमएससी के छात्रों के लिए सेंटर फॉर एक्सीलेंस के दरवाजे खोल दिए गए हैं। उनका प्रयोगात्मक अध्ययन कराया जा रहा है। उन्हें नई प्रजातियां पैदा करने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

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