हर माह हजम हो रहा सवा लाख उपभोक्ताओं का 37 लाख, जानें-कैसे लगा रहे गैस एजेंसी संचालक चूना

कैश एंड कैरी का बाउचर की 26.60 रुपये की छूट नहीं दी जा रही है।

By Edited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 01:36 AM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 09:43 AM (IST)
हर माह हजम हो रहा सवा लाख उपभोक्ताओं का 37 लाख, जानें-कैसे लगा रहे गैस एजेंसी संचालक चूना
हर माह हजम हो रहा सवा लाख उपभोक्ताओं का 37 लाख, जानें-कैसे लगा रहे गैस एजेंसी संचालक चूना

कानपुर, जेएनएन। नियम है कि एलपीजी उपभोक्ताओं को सिलिंडर की डिलीवरी उनके घर पर की जाए। यदि उपभोक्ता एजेंसी से सिलिंडर लेना चाहें तो कैश एंड कैरी का बाउचर के माध्यम से 26.60 रुपये की छूट दी जाए लेकिन, यह छूट नहीं मिल रही है। उपभोक्ताओं से बात की गई तो उन्होंने भी इसे स्वीकारा। पड़ताल में सामने आया कि जिले के करीब 1.28 लाख उपभोक्ताओं की जेब से प्रतिमाह 37 लाख रुपये गैस एजेंसियां कैश एंड कैरी बाउचर के माध्यम से हजम कर रहीं है। नियमों की आड़ में खुलेआम हो रही इस ठगी पर ठोस कार्रवाई फिलहाल तो ठंडे बस्ते में है।

क्या होती है कैश एंड कैरी एलपीजी

उपभोक्ता जब ऑनलाइन बुकिंग कराते हैं तो उन्हें होम डिलीवरी अथवा गोदाम से सिलिंडर लेने का विकल्प मिलता है। गोदाम अथवा एजेंसी से सिलिंडर लेने पर कैश एंड कैरी का बाउचर काटा जाता है जिसमें सिलिंडर की कुल कीमत से 26.60 रुपये की छूट दी जाती है जो जीएसटी मिलाकर कुल 29 रुपये पड़ती है। यदि सिलिंडर 877 रुपये का है तो कैश एंड कैरी बाउचर से 848 रुपये देने होते हैं।

एजेंसियां और उनके उपभोक्ता

39 आइओसी - 7,73,288

08 बीपीसी - 2,15,795

07 एचपीसी - 3,01,680

उपभोक्ताओं का दर्द

जीटी रोड स्थित आइओसी की गैस एजेंसी पर जनवरी के आखिरी सप्ताह गैस सिलिंडर लेने गया था। पूरी कीमत 733 रुपये लिए गए, जिसमे कैश एंड कैरी का लाभ नहीं मिला। -अकरम बरकाती, जरीब चौकी

गैस एजेंसी पूरी कीमत 877 रुपये का बाउचर काटती है और इसके बाद भी होम डिलीवरी नहीं करते। पिक प्वाइंट से ही सिलिंडर लेने जाना पड़ता है। पैसे भी वापस नहीं मिलते। -मोहम्मद फहीम, इफ्तिखाराबाद

भागवत गैस एजेंसी का पिक प्वाइंट चीना पार्क हीरामन का पुरवा में है। कैश एंड कैरी बाउचर के बावजूद भी यहां अतिरिक्त पैसे लिए जाते हैं। हॉकर कहते हैं कि एजेंसी जाने का किराया बचा रहे हैं। -मोहम्मद ओबैद, बेकनगंज

दस फीसद उपभोक्ता गोदामों से लेते हैं

सिलिंडर जिले में करीब 12.80 लाख एलपीजी उपभोक्ता हैं। एजेंसी सूत्रों के मुताबिक करीब दस फीसद यानी 1.28 लाख उपभोक्ता गोदाम अथवा एजेंसी से सीधे सिलिंडर लेते हैं। ऐसे में 29 रुपये के हिसाब से 37,12,000 रुपये सीधे एजेंसी संचालकों की जेब में जाते हैं।

-उपभोक्ता कैश एंड कैरी का विकल्प स्वयं चुनते हैं अन्यथा एजेंसी से सिलिंडर की होम डिलीवरी ही होती है। कैश एंड कैरी के बाउचर में कीमत दर्ज होती है ऐसे में उपभोक्ता अधिक कीमत क्यों देंगे। फिर भी उपभोक्ता शिकायत करते हैं तो कार्रवाई करेंगे। -भारतीश मिश्रा, अध्यक्ष गैस वितरक संघ

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