अजब बस अड्डा: यहां बुलानी पड़ती बसें

कानपुर, जागरण संवाददाता: रोडवेज की करीब 1300 बसें शहर में दौड़ रही हैं। एक के पीछे एक लगी बसों के कार

By Edited By: Publish:Mon, 27 Jul 2015 01:20 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jul 2015 01:20 AM (IST)
अजब बस अड्डा: यहां बुलानी पड़ती बसें

कानपुर, जागरण संवाददाता: रोडवेज की करीब 1300 बसें शहर में दौड़ रही हैं। एक के पीछे एक लगी बसों के कारण अधिकांश चौराहे जाम रहते हैं। जाम से छुटकारा पाने को शहर की चारों ओर सीमा के रामादेवी, नौबस्ता, विजयनगर, जाजमऊ क्षेत्रों में बस अड्डा बनाने की योजना बनी ताकि वहीं से उस रूट की बसें चलें लेकिन सारी बसें शहीद मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय झकरकटी बस अड्डे से ही चल रही हैं। विजय नगर, नौबस्ता में अड्डा बना दिया पर जाजमऊ, रामादेवी अड्डे का कुछ पता नहीं है। इसी क्रम में विजयनगर में बनाए गए बस अड्डे का हाल जानने के लिये दैनिक जागरण की टीम ने रविवार दोपहर 12.30 बजे जायजा लिया तो सच्चाई सामने कुछ यूं रही।

विजयनगर में आर्डनेंस फैक्ट्री के सामने बनाए गए बस अड्डे पर एक गुमटी के अलावा कुछ नहीं है। अड्डा बिल्कुल जंगल जैसा दिखता है क्योंकि चार से पांच फीट ऊंची झाड़-झंखाड़ उगी है। ड्यूटी पर तैनात बाबू सड़क पर खड़े हैं, उनसे जब पूछा गया कि आप सड़क पर क्यों खड़े हैं तो उनका कहना था कि अगर सड़क पर नहीं रहेंगे तो बसें अड्डे पर आए बगैर सीधे निकल जाती हैं।

शाम होते ही बस अड्डा बंद

विजय नगर बस अड्डा शाम ढलते ही बंद हो जाता है क्योंकि यहां बिजली, पानी, यात्री प्रतीक्षालय या अन्य कोई सुविधा है ही नहीं। गुमटी में बैठे बाबू भी लुटेरों के भय से शाम होते ही घर निकल जाते हैं।

चौराहा ही बस अड्डा

विजय नगर चौराहा पर ही बसें रुकती हैं और वहीं सवारी बैठाकर झांसी रूट पर निकल जाती हैं। यही हाल नौबस्ता हाईवे का है, यहां भी लोग बस अड्डे पर जाने के बजाय हाईवे पर ही बस पकड़ते हैं। दरअसल बसें यहीं रूक जाती हैं जिससे यात्री भी सुविधा देखते हुए बस अड्डे पर नहीं जाते।

नौबस्ता में अड्डे का वही हाल

इसी तरह नौबस्ता बाईपास के पास बनाए गए बस अड्डे का भी यही हाल है, यहां भी कोई बस नहीं रुकती बल्कि सीधे झकरकटी बस अड्डा से संचालित हो रही हैं।

chat bot
आपका साथी