खाद कन्नौज: अब ग्राम्य विकास व राजस्व करेगा छापामारी

- डीएम अधिकारी व कर्मियों से अचानक कराएंगे पड़ताल - कृषि विभाग से मांगी समिति दुकान व गो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:38 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:38 PM (IST)
खाद कन्नौज: अब ग्राम्य विकास व राजस्व करेगा छापामारी
खाद कन्नौज: अब ग्राम्य विकास व राजस्व करेगा छापामारी

- डीएम अधिकारी व कर्मियों से अचानक कराएंगे पड़ताल

- कृषि विभाग से मांगी समिति, दुकान व गोदामों की सूची

जागरण संवाददाता, कन्नौज : खाद की किल्लत दूर करने के साथ बिक्री में पारदर्शिता लाने के लिए अब ग्राम्य विकास व राजस्व विभाग को लगाया गया है। जिलाधिकारी ने कृषि विभाग से सूची मांगी है, जो दोनों विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों से अचानक छापामारी कराकर कार्रवाई करेंगे।

जिले में डीएपी और एनपीके कि किल्लत दूर नहीं हो पा रही है। कारण लक्ष्य के अनुसार जिले को खाद नहीं मिली है, लेकिन दुकान व समितियों को जो खाद मिल रही है वह किसानों तक आसानी से नहीं पहुंच रही है। इस कारण उपलब्धता के अनुसार प्रेषण यानी बिक्री की रफ्तार बेहद धीमी है, जबकि सभी खाद दुकानों पर कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी खुद बिक्री कराने के लिए लगाए गए हैं। इसके बाद भी शिकायतें कम नहीं हो रही हैं। ऐसे में अब जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा ने राजस्व व ग्राम्य विकास विभाग को लगाया है। एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, बीडीओ, एडीओ, लेखपाल ग्राम सचिव समेत अन्य कर्मचारी से अचानक छापामारी कराएंगे। जिला कृषि अधिकारी आवेश सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी खुद मानीटरिग कर रहे हैं। गड़बड़ी मिली तो निलंबन समेत एफआइआर होगी। जिलाधिकारी ने दुकान, समिति व गोदाम की सूची मांगी है।

थोक उर्वरक विक्रेता फुटकर भी बेचेंगे खाद

अब थोक विक्रेता अपने काउंटरों से फुटकर खाद बिक्री भी करेंगे। डीएम ने किसानों की सहूलियत के लिए 30 फीसद तक खाद बिक्री करने के निर्देश दिए हैं। दुकान बंद मिलने पर आई बंदकर लाइसेंस निलंबित किया जाएगा।

जिला कृषि अधिकारी आवेश सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा के निर्देश पर सभी थोक उर्वरक विक्रेता फुटकर बिक्री भी करेंगे। अपने काउंटरों पर रोजाना तीस फीसद तक फुटकर बिक्री करनी है। इससे बिक्री में पारदर्शिता आएगी। किसानों को सुविधा होगी। उल्लंघन किया तो संबंधित पर कार्रवाई करेंगे। यह निर्देश शनिवार से लागू कर दिए गए हैं। वहीं, दिन में उर्वरक दुकान बंद मिली तो आइडी बंद कर लाइसेंस निलंबित करेंगे। कार्रवाई से बचने के लिए अक्सर निरीक्षण के दौरान दुकानें बंद मिल रही हैं और हवाला उर्वरक न होने का दिया जा रहा है। उर्वरक हो या न हो दुकान खोली जाएंगी।

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