पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा से रेलवे कमा रहा 90 रुपये प्रतिदन

फोटो : 12 जेएचएस 9 झाँसी : रेलवे पार्सल कार्यालय के सामने संचालित हो रही पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा। ::

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Jan 2022 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 13 Jan 2022 01:00 AM (IST)
पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा से रेलवे कमा रहा 90 रुपये प्रतिदन
पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा से रेलवे कमा रहा 90 रुपये प्रतिदन

फोटो : 12 जेएचएस 9

झाँसी : रेलवे पार्सल कार्यालय के सामने संचालित हो रही पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा।

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- 4 व्यावसायिक वाहन से रेलवे को मिल रहे 90 रुपये प्रतिदिन

- वाहनों की निगरानी के लिए रेलवे ने लगा रखी है टीटीई की ड्यूटि

झाँसी : बीते वर्ष से झाँसी रेल मण्डल के वाणिज्य विभाग ने रेलवे स्टेशन परिक्षेत्र में व्यावसायिक वाहनों के लिए पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा शुरू की है। यहाँ खास बात यह है कि इस सेवा की निगरानी के लिए विभाग ने टिकिट निरीक्षक को तैनात किया है। यह पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा रेलवे के लिए घाटे का सौदा ही साबित हो रही है। इस सेवा को शुरू हुए लगभग एक माह होने जा रहा है, लेकिन रेलवे को इससे प्रतिदिन 100 रुपये भी नहीं मिल रहे हैं। जबकि, विभाग ने इसकी निगरानी के लिए प्रतिदिन लगभग ह़जार रुपये पाने वाले टीटीई को ड्यूटि पर लगा रखा है।

बता दें कि वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में ऐसे यात्री आते हैं, जिन्हें छतरपुर, नौगाँव, टीकमगढ़ और ऐसे ही क्षेत्रों के लिए वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर उतरना पड़ता है। यहाँ स्टेशन के बाहर ही यात्रियों को निजी और व्यावसायिक वाहन मिल जाते हैं जो उन्हें उनकी मंजिल तक पहुँचा देते हैं। सवारी की लालच में बड़ी संख्या में यहाँ वाहनों का ताँता लग जाता है, जिससे अन्य वाहन और पार्सल कार्यालय पर आने वाले बड़े वाहनों को परेशानी होती है। ऐसे में मण्डल के वाणिज्य विभाग ने पार्सल कार्यालय के बाहर व्यावसायिक वाहनों के लिए 12 दिसम्बर 2021 से पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा शुरू की। इसके लागू होने से यहाँ व्यावसायिक वाहन सिर्फ 10 मिनट के लिए खड़े हो सकते हैं। इसके बदले में वाहन स्वामी को अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन रेलवे के टीटीई को शुल्क का भुगतान कर कराना होता है। इसकी निगरानी के लिए रेलवे ने बाकायदा टीटीई की ड्यूटि भी लगा रखी है। रेलवे की इस व्यवस्था के पीछे सोच यह थी कि यहाँ आने वाले व्यावसायिक वाहनों से उसके राजस्व में बढ़ोतरी होगी, लेकिन जिस तरह की स्थिति इस समय पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा की है, उससे रेलवे को नु़कसान ही दिखाई पड़ रहा है। इस सेवा को चलाने के लिए रेलवे ने 1 से 2 ह़जार रुपये प्रतिदिन वेतन पाने वाले टीटीई को तैनात किया है, उतना यह सेवा लगभग एक माह बाद भी नहीं दे सकी है। विभागीय डेटा के अनुसार पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा में इस समय केवल 4 वाहन रजिस्टर हैं। इनमें 2 बस और 2 कार शामिल हैं। इन चार वाहन से रेलवे को तीन माह के लिए 8,100 रुपये प्राप्त हुए हैं। इतने ही दिन यदि टीटीई के वेतन की बात करें तो यह कई गुना अधिक होगा। इस सेवा से विभाग को 2 बस का 50 रुपये और 2 कार का 40 रुपये प्रतिदिन प्राप्त हो रहा है।

अवैध पार्किंग में वाहनों की भरमार

जिस स्थान पर वाणिज्य विभाग ने पिक ऐण्ड ड्रॉप सेवा शुरू की है, वहाँ पंजीकृत वाहन के अलावा ऐसे दर्जनों वाहन खड़े मिल जाएंगे जो बगैर कोई शुल्क दिए यहाँ से सवारियाँ बिठाते हैं। मानिकपुर-बाँदा-वीरांगना लक्ष्मीबाई मेमू आती है, तब इसी स्थान पर ऑटो पूरी सड़क और पार्सल कार्यालय घेरकर खडे़ रहते हैं।

फाइल : वसीम शेख

समय : 06 : 20

12 जनवरी 2022

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